Gwalior ग्वालियर: तानसेन संगीत समारोह के 100वें संस्करण में रविवार को ग्वालियर में 546 कलाकारों ने एक साथ नौ शास्त्रीय संगीत वाद्ययंत्रों के साथ प्रस्तुति देकर मध्य प्रदेश को नई उपलब्धि दिलाई।कलाकारों ने नौ मिनट तक एक साथ प्रस्तुति देकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, जिसमें वाद्य संगीत और गायन दोनों शामिल थे। यह कार्यक्रम ग्वालियर किले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में हुआ। राजनेताओं ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रति कलाकारों के समर्पण की सराहना की।
यह प्रस्तुति प्रख्यात बांसुरी वादक पंडित रोनू मजूमदार के निर्देशन में हुई। इसमें 347 पुरुष और 189 महिला कलाकार शामिल थे। इस दल में एक गायक, 76 तबला वादक, 56 बांसुरी वादक, 80 वायलिन वादक, 3 संतूर वादक, 13 सरोद, 11 सारंगी, 93 सितार, 1 सितार-बैंजो और 34 हारमोनियम वादक शामिल थे।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र सौंपा। उन्होंने कहा, "यह रिकॉर्ड महान संगीत सम्राट तानसेन को सच्ची श्रद्धांजलि है।" उन्होंने आगे कहा, "यह यूनेस्को सिटी ऑफ म्यूजिक में संगीत विरासत को संरक्षित करने का एक अद्भुत प्रयास है।" उन्होंने यह भी कहा कि इससे प्रदेश के कलाकर्मियों का मनोबल बढ़ेगा और उन्हें संगीत परंपरा को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिलेगी। पांच दिवसीय तानसेन संगीत समारोह के उद्घाटन दिवस की शुरुआत विश्व संगीत सम्मेलन के तहत जापान के युजी नाकागावा और शिगेरू मोरियामा द्वारा सारंगी और तबले की जुगलबंदी से हुई। प्रस्तुति राग जोग पर आधारित थी।