जिला पंचायत की सीट क्रमांक 16 से 23 साल की ललिता धुर्वे ने केंद्रीय मंत्री की बहन को 3 हजार 900 मतों से हराया
मध्य प्रदेश के मंडला जिले में जबरदस्त राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है. यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणामों की शुक्रवार को घोषणा की गई.
मध्य प्रदेश के मंडला जिले में जबरदस्त राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है. यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणामों की शुक्रवार को घोषणा की गई. जिला पंचायत की सीट क्रमांक 16 से 23 साल की ललिता धुर्वे ने केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की बहन प्रिया धुर्वे को 3 हजार 900 मतों से हरा दिया. इस सीट पर मंत्री कुलस्ते चाहकर भी अपनी बहन को नहीं जिता सके. ललिता गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थन से चुनाव लड़ीं और जनता ने इन्हें पूरा आशीर्वाद भी दिया.
गौरतलब है कि जिले में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य ललिता इंजीनियरिग की पढ़ाई कर रही थीं. वे पढ़ाई छोड़कर चुनाव में उतरीं और जीत गईं. जीतने के बाद आदिवासी समाज की ललिता ने कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए ही लड़ी थीं. वे जीतकर ग्रामीण जनता और समाज की सेवा करना चाहती हैं. ललिता ने कहा- मैंने देखा है कि ग्रामीण अपने छोटे-छोटे कामों के लिए जनप्रतिनिधियों के सामने कैसे गिड़गिड़ाते हैं. बावजूद इसके ग्रामीणों के काम नहीं होते. चक्कर लगा-लगाकर उनका बुरा हाल हो जाता है. यही सब देखकर वह चुनाव समर में उतरीं.
विजयी उम्मीदवारों को मिले प्रमाण-पत्र
बता दें, यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिनके जीतने की उम्मीद थी वे ही जीते. गुरुवार को प्रशासन ने जिला पंचायत चुनाव के मतों का जनपद स्तर पर सारणीकरण किया. शुक्रवार को एकलव्य विद्यालय परिसर सेमरखापा में जिला निर्वाचन अधिकारी ने द्वारा परिणामों की घोषणा की और विजयी उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र दिए.
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए बीजेपी को करनी होगी मेहनत
मंडला जिले में बीजेपी को अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए इस बार मेहनत करनी पड़ सकती है. क्योंकि इस बार निर्दलीयों ने चुनाव जीतकर बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. बीजेपी और कांग्रेस जिला पंचायत में कब्जा करने के लिए सक्रिय तो नजर आ रही है, लेकिन बहुमत जुटाना दोनों के लिए और भी कठिन नजर आ रहा है. क्योंकि इस बार मंडला में गोडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसे में अब जिला पंचायत की दावेदारी रोचक होती दिख रही है.