ग्वालियर। ग्वालियर में आज नगर निगम प्रशासन की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। कोर्ट के सख्त आदेश के बाद भी निगम के सफाई ठेकेदार ने सफाईकर्मियों को सीवर चैंबर साफ़ करने के लिए नीचे उतार दिया। गैस रोसाव होने के कारण दोनों की मौत हो गई।इसके बाद शासन से लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी लगते ही ऊर्जा मंत्री तोमर तुरंत मौके पर पहुंच गए।एवं परिजनो को सात्वनां दी। पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
जानकारी के अनुसार, हजीरा थाना क्षेत्र के रेशम मील इलाके में आज निगम के दो कर्मचारी अमन व विक्रम सीवर की सफाई करने अंदर गए थे। ठेकेदार ने पहले एक कर्मचारी को चेंबर में भेजा, काफी देर तक जब वह वापिस नहीं आया तो उसे देखने के लिए दूसरा कर्मचारी सीवर में उतरा फिर वो भी वापस नहीं आया।बताया जा रहा है कि सफाईकर्मियों को मरता देख ठेकेदार और सुपरवाइजर मौके से फरार हो गए। अन्य सफाईकर्मियों ने मशक्क्त के बाद दोनों दोनों कर्मचारियों को सीवर से बाहर निकाला। वहां मौजूद लोगों की मदद से बिरला नगर अस्पताल लेकर भागे जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मृतक कर्मचारियों के परिजनों ने मौत के हंगामा मचाया। उन्होंने निगम ठेकेदार और अधिकारीयों पर लापरवाही के आरोप लगाए। परिजनों के आरोप के बाद पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना की जानकारी मिलते ही ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बिरला नगर अस्पताल पहुंचे।उनके साथ मप्र बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल भी मौजूद थे। ऊर्जामंत्री ने परिजनों को सांत्वना दी और सरकार की तरफ से 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने और एक एक परिजन को आउट सोर्स की नौकरी देने का ऐलान किया।इस आश्वासन के बाद परिजन माने और मामला शांत हुआ।