100 करोड़ के कार्य अटके, टेंडर-डिजाइन में देरी

Update: 2023-05-03 10:39 GMT

भोपाल न्यूज़: शहर में स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी द्वारा किए जा रहे करोड़ों के विकास कार्य लेतलाली के शिकार हो रहे हैं. अफसरों की ढीलपोल से कहीं निर्माण कार्यों के टेंडर नहीं हो पा रहे हैं तो टेंडर के बाद ठेकेदारों को वर्क ऑर्डर और यहां तक ड्राइंग डिजाइन तक समय नहीं मिल पा रही है. हालात ये हैं कि 100 करोड़ की लागत के करीब 10 बड़े निर्माण कार्य अटके हुए हैं या फिर धीमे गति के चलते पूर्ण ही नहीं हो पा रहे हैं.

खास बात यह कि स्मार्ट सिटी के इन कामों में श्री महाकाल लोक के भी निर्माण शामिल, जिन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जुलाई माह में पूर्ण करने का निर्देश दे गए हैं. बावजूद इसके स्मार्ट सिटी के कामों में रफ्तार नहीं आ रही है. समय पर प्रोजेक्ट नहीं होने से लागत में इजाफा हो रहा है. स्मार्ट सिटी के कामों के लेटलतीफी के पीछे अधीक्षण यंत्री नीरज पांडे की विवादित कार्यशैली के साथ इंजीनियरों में आपसी खींचतान सामने आ रही है.

● महाराजवाडा स्कूल हैरिटेज होटल-28 करोड़ रु.

● महाकाल मंदिर एंट्री एग्जिट- 6.73 करोड़

● महाकाल मंदिर शिखर दर्शन- 16 करोड़

● बेगम बाग रोड (फाइनल डेवलपमेंट)-22 करोड़

● महाराजवाडा पार्किंग व दुकानें - 39 करोड़

● रुद्रसागर पर ब्रिज- 25 करोड़ का

इन प्रोजेक्टों की धीमी रफ्तार या शुरू नहीं

काल भैरव मंदिर डेवलपमेंट: काल भैरव मंदिर का विकास किया जाना है. यहां निर्माण कार्य के दो साल से अधिक होने आए हैं लेकिन अब तक पूरा नहीं हो पाया है.

स्वीमिंग पूल सेकंड फेज: नगर निगम परिसर में बनाए गए अटल स्वीमिंग पूल के सेकंड फेज में स्पोर्ट्स एरिना सहित अन्य निर्माण होना है. इस दिशा में काम शुरू नहीं हुआ.

महाकाल रोड चौड़ीकरण: महाकाल मंदिर क्षेत्र की चार सड़कों का चौड़ीकरण किया जाना है. इसको लेेकर कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई.

रामघाट का विकास: शिप्रा नदी पर रामघाट का विकास किया जाना है. इसके लेकर योजना बनी है लेकिन अब तक जमीनी स्तर पर कोई काम शुरू नहीं हुआ.

सामुदायिक भवन: मोती नगर में 5000 फीट के सामुदायिक भवन का निर्माण होना है. इसकी लागत 446 लाख रुपए है. विवाद के कारण काम शुरू नहीं हो पाया है.

प्रवचन हॉल: महाकाल मंदिर क्षेत्र में 40 हजार फीट जमीन पर 400 लाख से प्रवचन हाल बनाया जाना है. ये काम भी अटका है.

दौलतगंज सब्ज़ी मंडी कॉम्प्लेक्स: पुरानी दौलतगंज सब्जी मंडी को तोड़ने के बाद यहां कॉम्प्लेक्स बनाया जाना था. आज तक टेंडर जारी नहीं हो सके.

स्वीमिंग पूल: देवास रोड स्वीमिंग पूल का निर्माण भी 3 साल से अटका है. स्वीमिंग पूल की ड्राइंग डिजाइन बदलने के कारण रिवाइज्ड एस्टिमेट तैयार किया गया.

ऑडिटोरियम: सामाजिक न्याय परिसर में 8 करोड़ से ऑडिटोरियम बनाना था, लेकिन इसका अब तक टेंडर जारी नहीं हुआ.

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