पंचायत चुनावों में भाजपा ने 51 में से 41 जिलों में जीत दर्ज की

पंचायत चुनावों में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। 51 में से 41 जिलों में उसने अपने अध्यक्ष बनने का दावा किया है

Update: 2022-07-29 18:28 GMT

पंचायत चुनावों में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। 51 में से 41 जिलों में उसने अपने अध्यक्ष बनने का दावा किया है। वहीं, कांग्रेस को दस जिलों में जीत मिलने की बात कही जा रही है। दिलचस्प मुकाबला भोपाल में रहा, जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भाजपा नेताओं और पुलिस के साथ झड़प हुई। भोपाल में भी भाजपा ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया है।

कांग्रेस ने राजगढ़, सिंगरौली, झाबुआ, देवास, डिंडौरी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, दमोह, बालाघाट में अपनी पार्टी के समर्थक के अध्यक्ष का पद जीतने का दावा किया है। कांग्रेस ने रतलाम में भी कांग्रेस प्रत्याशी के जीतने का दावा किया था, लेकिन बाद में तीन वोट रद्द कर दिए गए। इसे लेकर कांग्रेस अपील में चली गई। धार और उमरिया में बीजेपी और कांग्रेस को बराबर वोट मिले थे। ड्रा में कांग्रेस प्रत्याशी हार गए। भाजपा ने कटनी, मंदसौर, दतिया, मुरैना, नरसिंहपुर, शहडोल, सागर, ग्वालियर, गुना, भिंड, शिवपुरी, बुरहानपुर, शाजापुर, मंडला, रायसेन, सीहोर, पन्ना, टीकमगढ़, रीवा, बड़वानी, निवाड़ी, विदिशा, सतना, उज्जैन, आगर, बैतूल, अशोकनगर, धार, खरगोन, उमरिया, खंडवा, इंदौर, नीमच, सिवनी, श्योपुर, छतरपुर और हरदा में अपनी पार्टी के समर्थक के जीतने का दावा किया है।
दलीय आधार पर नहीं होते पंचायत चुनाव
पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते हैं। कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने समर्थकों को अध्यक्ष पद पर बिठाना चाहती है। इसके लिए सदस्यों को हर तरीके से अपनी तरफ करने में दोनों ही पार्टियों के पदाधिकारी लगे हुए थे। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्यों को पुलिस अगवा कर रही है। मध्य प्रदेश चुनाव आयोग क्यों अपनी आंखें बंद करे हुए है? श्योपुर, सीहोर अन्य जिलों के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
51 जिलों में चुने गए जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष
51 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि सीधी जिले में एक जिला पंचायत वार्ड का परिणाम उच्च न्यायालय द्वारा स्थगित करने के कारण वहां पर अभी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन नहीं होगा।
दिग्विजय ने लगाए शिवराज पर आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शिवराज उर्फ मामा उर्फ मामू के गृह जिले की जिला परिषद सीहोर के आदिवासी सदस्य के खिलाफ झूठी शिकायत की गई। पुलिस उसे धमकाते हुए थाने ले गई। जिला पंचायत का चुनाव होना है। मामू डरा हुआ है। पूरा चुनाव पैसा, पुलिस व प्रशासन के दम पर भाजपा लड़ रही है। दिग्विजय ने कैलाश विजयवर्गीय का नाम लेते हुए कहा कि आपने सही कहा है। मामू को भाजपा कार्यकर्ताओं की आवश्यकता नहीं है। पूरा प्रशासन उनके कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है।
कांग्रेस बोली बीजेपी ने प्रशासन का दुरुपयोग किया
कांग्रेस ने कहा कि भोपाल, रतलाम, हरदा और सीहोर में भोपाल ने सत्ता और प्रशासन का दुरुपयोग किया। भाेपाल में भाजपा के पास सिर्फ दो वोट थे। कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद मंत्रियों के संरक्षण में सदस्यों का अपहरण किया और लूट तंत्र से भाजपा जीती। कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में शिकायत की बात कही है। वहीं, ग्वालियर, श्योपुर में कांग्रेस के प्रमुख नेता अशोक सिंह और रामनिवास रावत को एक दिन पहले ही पुलिस के थाने में बैठाने का आरोप लगााया है। वहीं, रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी के जीतने पर 3 वोट रद्द करने के आरोप लगाए है।

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