केरल में SFI कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कही यह बात
केरल (Kerala) में एक बार फिर छात्र संगठनों के बीच खूनी संघर्ष का मामला सामने आया है.
केरल (Kerala) में एक बार फिर छात्र संगठनों के बीच खूनी संघर्ष का मामला सामने आया है. सोमवार को एक सरकारी इंजीनियरिंंग कॉलेज में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और केरल छात्र संघ (KSU) के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़प हुई है. जिसमें 21 वर्षीय SFI कार्यकर्ता धीरज राजेंद्रन की चाकू मारकर हत्या कर दी गई है. इस घटना के बाद जहां प्रदेश की राजनीति गरमा गई है, तो वहीं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी अलर्ट मोड में आ गए हैं. विजयन ने घटना की निंदा करते हुए स्पष्ट किया है कि कॉलेजों में दंगा भड़काने के प्रयासों को सफल नहीं होने दिया जाएगा.
SFI कार्यकर्ता की हत्या के बाद मुख्यमंत्री ने लिखा फेसबुक पोस्ट
SFI कार्यकर्ता की हत्या के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने घटना की निंदा करते हुए फेसबुक पर पोस्ट लिखा है. मुख्यमंत्री विजयन ने लिखा है कि सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र, जो SFI कार्यकर्ता भी था, उसकी हत्या बेहद दुखद और निंदनीय है. मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है कि कॉलेजों में दंगा भड़काने की कोशिश सफल नहीं होने दी जाएगी. उन्होंंने पोस्ट में स्पष्ट किया है कि पुलिस को SFI कार्यकर्ता धीरज के हत्यारों को कानून के सामने लाने का निर्देश दिया गया है.
इडुक्की इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र था मृतक धीरज
छात्र संगठनों के बीच खूनी झड़प में मारा गया SFI कार्यकर्ता 21 वर्षीय धीरज राजेंद्रन इडुक्की इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र था. पुलिस के मुताबिक केरल छात्र संघ (केएसयू) के कार्यकर्ताओं के साथ हाथापाई के दौरान उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने कहा कि कन्नूर निवासी छात्र को सोमवार दोपहर करीब 1 बजे चाकू मार दिया गया, उसे स्थानीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
छात्रसंघ चुनाव से पहले हत्या, राजनीति गरमाई
पुलिस के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से कॉलेज परिसर में चुनाव का काम चल रहा है. दोनों छात्र संगठनों के बीच कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद जारी था. पुलिस ने बताया कि कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धीरज पर हमला किया था और उसे चाकू मारा था. वहीं पुलिस ने कहा कि अज्ञात हमलावर छात्र को चाकू मारकर मौके से फरार हो गया. जिनकी तलाश की जा रही है. वहीं इस घटना के बाद इडुक्की मेडिकल कॉलेज में सैकड़ों छात्र और विधायक समेत स्थानीय वामपंथी नेता एकत्र हो गए हैं. यहीं पर मृतक छात्र कार्यकर्ता का शव रखा गया है. वहीं इस मामले के बाद प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है.