New Delhi नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने बताया कि 2019 से 2024 के बीच केरल में जंगली जानवरों के हमलों में करीब 486 लोग मारे गए। अकेले 2023-24 के दौरान जंगली जानवरों के हमले से संबंधित 94 मौतें हुईं। सबसे ज्यादा 114 मौतें 2021-22 के दौरान हुईं, जिनमें से 35 जंगली हाथियों के हमले के कारण हुईं।
भारत में, ओडिशा में हाथियों के हमलों में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। 2023-24 के दौरान ऐसी 154 मौतें दर्ज की गईं। वहीं, महाराष्ट्र में बाघों के जहां 2023 में 35 और 2022 में 82 मौतें हुईं।कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान केरल में बढ़ते वन्यजीव हमलों का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि पिछले साल ऐसे हमलों में 100 से ज्यादा लोगों की जान गई।इस साल वायनाड में जंगली जानवरों के हमले में चार लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2019 से 2022 के बीच हाथियों के हमलों में 1500 और बाघों के हमलों में 125 मौतें हुईं। वेणुगोपाल ने कहा कि जंगली जानवरों के भटकने की घटनाओं का पता लगाने के लिए जो चेतावनी तंत्र स्थापित किए गए हैं, वे प्रभावी रूप से काम नहीं कर रहे हैं। हमलों से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं,