Kerala केरल : प्राचीन लैटिन ग्रंथ हॉर्टस मालाबारिकस का अंग्रेजी और मलयालम में अनुवाद करने वाले प्रख्यात वनस्पतिशास्त्री और पद्मश्री पुरस्कार विजेता के एस मणिलाल का आयु संबंधी बीमारियों के कारण बुधवार को निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यहां बुधवार को यह जानकारी दी। वे 86 वर्ष के थे। उन्होंने बताया कि वे कुछ समय से अस्वस्थ थे और यहां एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
के एस मणिलाल के नाम से लोकप्रिय कटुंगल सुब्रह्मण्यन मणिलाल कालीकट विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग के पूर्व प्रमुख थे। वनस्पति विज्ञान में उनके दशकों लंबे योगदान, विशेष रूप से 17वीं शताब्दी के वनस्पति विज्ञान ग्रंथ हॉर्टस मालाबारिकस का अंग्रेजी और मलयालम में अनुवाद करने के उनके प्रयासों ने उन्हें व्यापक मान्यता दिलाई। यह ग्रंथ शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और क्षेत्र के वनस्पति इतिहास का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बना हुआ है। मणिलाल ने कई किताबें लिखीं और 200 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए। इसके अलावा उन्होंने कई नई पौधों की प्रजातियों को भी पेश किया। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए केंद्र ने उन्हें 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया।