साले ने की जीजा की पिटाई, धर्म परिवर्तन करने से इंकार करने पर पीटा
जांच जारी
केरल में एक दलित युवक की पिटाई का मामला सामने आया है। आरोप है कि धर्म परिवर्तन करने के लिए राजी नहीं होने पर दलित युवक के पत्नी के भाई ने उनकी पिटाई की है। पीड़ित युवक का इलाज अभी सरकारी अस्पताल में चल रहा है। बुधवार को पुलिस ने दक्षिण केरल जिले में हुई इस घटना के बारे में जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि यह घटना 31 अक्टूबर को हुई है। इससे दो दिन बाद महिला ने अपना घर छोड़ा था और अपने परिवार वालों की इच्छा के खिलाफ अपने प्रेमी से शादी रचाई थी। महिला के पति की मां की मानें तो पुलिस ने उनकी शिकायत पर ध्यान हीं दिया और कोई कार्रवाई नहीं की थी। हालांकि, पुलिस ने इस आरोपों से इनकार किया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत उसी दिन केस दर्ज किया गया था। युवक के साथ मारपीट की घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जब कुछ टीवी चैनलों ने इस घटना को चैनलों पर दिखाया तब यह मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि महिला के भाई ने उसके पति को चिरायाखिजू बुलाया था ताकि उनका धर्म परिवर्तन किया जा सके।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में छानबीन शुरू कर दी गई है और जांच-पड़ताल की जा रही है। फरार आरोपी को पकड़ने की कोशिशें की जा रही हैं। जिन थाने में केस दर्ज कराया गया है वहां के अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पति के तरफ से किसी ने महिला की मां से खराब तरीके से बातचीत की। जिसके बाद यह घटना हुई। पुलिस का कहना है कि कपल और पति के घरवालों के मुताबिक युवक की पिटाई इसलिए की गई क्योंकि उसने क्रिश्चन धर्म में अपनाने से इनकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि महिला के भाई चिकित्सक हैं और घटना के बाद से उनका मोबाइल फोन ऑफ है तथा वो फरार हैं। जांच में पता चला है कि उनका मोबाइल तमिलनाडु में इस्तेमाल किया जा रहा है।
पुलिस ने पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कपल ने 29 अक्टूबर को शादी रचाई थी। जिसके बाद महिला के पिता ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनकी बेटी गायब हो गई है। जब अचानक कपल पुलिस स्टेशन पहुंचा तब महिला के पिता ने अपनी बेटी से कहा था कि वो घर वापस आ जाए और उनसे वादा किया था कि वो फिर से सही तरीके से उनकी शादी कराएंगे। लेकिन महिला अपने पति के साथ चली गई थी।