'क्रिसमस सेलिब्रेशन' स्कूल में नहीं मनाने की दी चेतावनी, हिंदू जागरण वेदिके के कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज

कर्नाटक के मांड्या जिले (Mandya District) में स्थित एक शैक्षणिक संस्थान ने हिंदू जागरण वेदिके नामक संगठन (Hindu Jagarana Vedike) के एक कार्यकर्ता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

Update: 2021-12-25 16:41 GMT

कर्नाटक के मांड्या जिले (Mandya District) में स्थित एक शैक्षणिक संस्थान ने हिंदू जागरण वेदिके नामक संगठन (Hindu Jagarana Vedike) के एक कार्यकर्ता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. पांडवपुरा इलाके के इस शैक्षणिक संस्थान ने स्थानीय पुलिस को बताया कि कार्यकर्ता ने क्रिसमस सेलिब्रेशन (Christmas Celebration) को रोकने के लिए स्कूल परिसर में कथित रूप से घुसने की कोशिश की और क्रिश्चियन फेस्टिवल सेलिब्रेट करने को लेकर सवाल उठाया.

पुलिस अधिकारियों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि निर्मला शिक्षा संस्थान (Nirmala Education Institute) ने हिंदू जागरण वेदिके के कार्यकर्ता के खिलाफ स्कूल में प्रवेश करने और क्रिसमस के जश्न में खलल डालने के लिए शिकायत दर्ज कराई है. इतना ही नहीं, संस्थान ने यह भी आरोप लगाया है कि कार्यकर्ता ने स्कूल प्रशासन को परिसर में क्रिश्चियन फेस्टिवल (Christian Festival) नहीं मनाने की चेतावनी भी दी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच के बाद यह पाया गया कि हिंदू जागरण वेदिके के एक कार्यकर्ता ने कुछ बच्चों के माता-पिता के साथ स्कूल में जबरन प्रवेश की कोशिश की और स्कूल प्रशासन से सवाल किया कि क्रिश्चियन फेस्टिवल (क्रिसमस) मनाने के लिए हर एक छात्र से 50 रुपये क्यों इकट्ठे किए गए थे. इस घटना के बाद पुलिस ने विवाद में शामिल पक्षों के बयान दर्ज कर लिए. इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.
इस घटना से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें कुछ पुरुषों को स्कूल में क्रिसमस समारोह को लेकर प्रबंधन के साथ बहस करते साफ देखा जा सकता है. इन लोगों ने स्कूल के अधिकारियों से सवाल भी किया कि गणेश उत्सव जैसे हिंदू त्योहार क्यों नहीं मनाए जा रहे और सिर्फ क्रिश्चियन फेस्टिवल क्यों सेलिब्रेट हो रहे हैं. वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'हम यह निर्णय आप पर (बच्चों के माता-पिता) छोड़ रहे हैं. अगर हम इसे अपने हाथों में लेंगे तो स्थिति अलग होगी.'
'बच्चो ने की थी सेलिब्रेशन की इजाजत देने की अपील'
स्कूल की प्रधानाध्यापिका कनिका फ्रांसिस मैरी ने एक चैनल को बताया कि संस्था में हर साल क्रिसमस मनाया जाता है, लेकिन चल रहे कोरोनावायरस महामारी की वजह से स्कूल के अधिकारियों ने उत्सव को बंद करने का फैसला लिया था. हालांकि, छात्रों ने स्कूल से एक छोटे सेलिब्रेशन की इजाजत देने की गुहार लगाई थी. इतना ही नहीं, क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए, बच्चों ने केक खरीदने के लिए भी खुद ही पैसे जमा किए थे.
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