कर्नाटक कैबिनेट में येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को शामिल करने की तैयारी
पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के बेटे बी. वाई. विजयेंद्र के कर्नाटक राज्य मंत्रिमंडल में प्रवेश को लेकर मंच तैयार हो चुका है।
बेंगलुरु: पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के बेटे बी. वाई. विजयेंद्र के कर्नाटक राज्य मंत्रिमंडल में प्रवेश को लेकर मंच तैयार हो चुका है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को घोषणा की कि पार्टी की कोर कमेटी ने एमएलसी पद के लिए विजयेंद्र के नाम की सिफारिश करने का फैसला किया है। कोर कमेटी की बैठक में येदियुरप्पा ने विजयेंद्र के नाम का प्रस्ताव रखा।
बोम्मई ने कहा, हम उनका नाम आलाकमान को भेजेंगे, जो इस मामले पर फैसला करेगा। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों के साथ-साथ भाजपा के भीतर भी बहस तेज कर दी है। विजयेंद्र को येदियुरप्पा की राजनीतिक विरासत के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि उन्हें एक प्रमुख लिंगायत नेता के रूप में उभरने के लिए तैयार किया जा रहा है।
राज्य विधानमंडल में प्रवेश करने की विजयेंद्र की योजना को पार्टी नेताओं ने 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान रोक दिया था, जब भाजपा ने उन्हें अंतिम समय में टिकट देने से इनकार कर दिया था। तब विजयेंद्र ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था। हालांकि, पार्टी ने उनकी ताकत को स्वीकार किया क्योंकि उन्होंने के. आर. नगर और सिरा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित की थी, जहां से वह पहली बार जीते थे।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं की शिकायत है कि विजयेंद्र सीएम के रूप में येदियुरप्पा के कार्यकाल के दौरान अपने पिता पर ही भारी पड़ गए थे, यानी उन्होंने अपने पिता येदियुरप्पा को ओवरशेडो कर दिया था। येदियुरप्पा विजयेंद्र को अपने उत्तराधिकारी के रूप में तैयार करना चाहते हैं। सूत्रों ने कहा कि वह उन्हें एमएलसी बनाना चाहते हैं और उनके लिए एक प्रमुख कैबिनेट बर्थ सुनिश्चित करना चाहते हैं। इस मामले पर फैसले का सीधा असर 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं पर पड़ेगा।