Bengaluru बेंगलुरु: जरूरी चीजों के दाम महंगे होते जा रहे हैं और गरीब व मध्यम वर्ग के लिए जीना मुश्किल हो गया है। इस बीच प्याज की कीमत में लगातार बढ़ोतरी जारी है और उपभोक्ताओं के आंसू निकल रहे हैं। फिलहाल राज्य में बारिश कम हो रही है। हालांकि, पिछले महीने हुई बेमौसम बारिश की वजह से प्याज की फसल जलमग्न हो गई और बारिश से बचाकर रखे गए प्याज सड़ रहे हैं। इसलिए कीमत में बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमत 50 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 60 से 80 रुपये प्रति किलो हो गई है। पिछले तीन महीने से प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।
बारिश नहीं होने के बावजूद कीमत 70 के पार पहुंच गई है। पिछले महीने हुई भारी बारिश की वजह से बाजार में उम्मीद के मुताबिक प्याज नहीं पहुंचा है। जो थोड़ा बहुत प्याज आया है उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है। इसलिए फिलहाल महाराष्ट्र से प्याज का आयात किया जा रहा है। हालांकि, महाराष्ट्र से अपेक्षित मात्रा में प्याज की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कीमतों में बढ़ोतरी का यही मुख्य कारण है। एक तरफ आपूर्ति कम है, वहीं दूसरी तरफ मांग काफी बढ़ गई है। नतीजतन कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। बाजार सूत्रों ने बताया कि प्याज की कीमत में अभी और तेजी आने की संभावना है।
इस समय बाजार में एक किलो प्याज 70 से 80 रुपये है, जबकि छोटी दुकानों में खुदरा कीमत 90 रुपये है। आने वाले दिनों में इसके 100 रुपये के पार जाने की संभावना है।
बेंगलूरु कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) को 100,480 बोरी प्याज प्राप्त हुआ, जिसमें से 8-10 लॉरी अच्छी गुणवत्ता वाले पुराने स्टॉक के प्याज महाराष्ट्र से आए हैं।
उच्च गुणवत्ता वाला यह प्याज 7,200 से 7,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। बाजार सूत्रों ने बताया कि निम्न गुणवत्ता वाला स्थानीय प्याज 1,500 से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है।