भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर की भूमिका को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता: प्रियंका चतुर्वेदी
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर की भूमिका को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता
मुंबई. कर्नाटक (Karnataka) के शिवमोगा (Shivmoga) में स्थानीय आमिर अहमद सर्कल पर हिंदुत्व के प्रतीक विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) का पोस्टर लगाने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद के कारण इलाके में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है, जिससे शहर में कर्फ्यू लगाया गया। वहीं, अब इसे लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस कड़ी में शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में विनायक दामोदर सावरकर की भूमिका को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता।
सोमवार को आजादी की वर्षगांठ पर प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "भारत के स्वतंत्रता संग्राम में विनायक दामोदर सावरकर की भूमिका को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता। वर्तमान में, हमें किसी को हीन या श्रेष्ठ के रूप में चित्रित करने से बचने की जरूरत है। विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के हर योगदान ने स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"
चतुर्वेदी ने कहा, "आप महात्मा गांधी से नफरत कर सकते हैं या उनकी उपेक्षा कर सकते हैं और गोडसे पर आप जो चाहें ध्यान दे सकते हैं, यह कभी न भूलें कि हमारा देश महात्मा गांधी की ऊर्जा और सिद्धांतों पर चलता है। अगर पीएम मोदी ने गांधी के नाम का जिक्र किया, तो मुझे उम्मीद है कि वह भी गांधी के रास्ते पर चलेंगे।"