मंत्री के 'गौहत्या विरोधी कानून' वाले बयान के खिलाफ कर्नाटक बीजेपी ने किया प्रदर्शन
बेंगलुरू। कर्नाटक भाजपा ने मंगलवार को पशुपालन और पशु चिकित्सा सेवा मंत्री के. वेंकटेश की 'गौहत्या कानून विरोधी' टिप्पणी के खिलाफ शहर में गायों के साथ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। वेंकटेश ने यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि अगर कोई भैंस और बैल का वध कर सकता है, तो गाय का वध करने में क्या गलत है?
गोहत्या विरोधी कानून पर पुनर्विचार करने और दोषियों को कड़ी सजा देने के उनके बयान पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त किया।
विरोध के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं ने गायों को बांधकर, उन्हें माला पहनाई और उनकी पूजा की। वे हाथों में तख्तियां लेकर कांग्रेस सरकार से गौहत्या विरोधी कानून जारी रखने की मांग कर रहे थे।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इस मुद्दे पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है और कैबिनेट की बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी।
इस बीच, कर्नाटक ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया। पोस्ट में कहा गया है कि हिटलर की सरकार ने कर्नाटक राज्य की कमान अपने हाथ में ले ली है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ बोलने के लिए लोगों को जेल की धमकी दी जाती है। यह कैसा लोकतंत्र है? बीजेपी ने सवाल किया।
भगवा पार्टी ने यह भी टिप्पणी की कि कांग्रेस सरकार ने किसानों को आईसीयू में भेज दिया है। राज्य में मानसून में देरी की कोई चिंता नहीं है। बीजों की बुवाई की मात्रा में कमी की कोई चिंता नहीं है, राज्य के गोदामों में 14.11 लाख मीट्रिक टन उर्वरक सड़ रहा है, पीने के पानी की कमी की कोई परवाह नहीं है। हालांकि, इन सबके बीच हिटलर कांग्रेस सरकार सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जेल भेजना चाहती है। यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।'(आईएएनएस)