गारमेंट क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं के लिए मुफ्त बस पास की पेशकश, कर्नाटक सरकार ने लिया फैसला
कर्नाटक सरकार ने शहर के गारमेंट फैक्टरियों में कार्यरत करीब ढाई लाख महिलाओं के योगदान को सम्मान देने के लिए उन्हें घर से कार्यस्थल तक जाने के लिए मुफ्त बस पास देने का फैसला किया।
बेंगलुरु, कर्नाटक सरकार ने शहर के गारमेंट फैक्टरियों में कार्यरत करीब ढाई लाख महिलाओं के योगदान को सम्मान देने के लिए उन्हें घर से कार्यस्थल तक जाने के लिए मुफ्त बस पास देने का फैसला किया है, हालांकि, इस योजना पर आने वाले खर्च का 40 प्रतिशत, उस गारमेंट फैक्टरी के मालिक को वहन करना होगा जहां पर महिला कर्मी कार्यरत हैं।
बेंगलोर महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) ने यहां जारी बयान में कहा कि ''वनिता संगति' परियोजना के तहत बीएमटीसी ने श्रम विभाग की साझेदारी में अगले साल जनवरी से मुफ्त बस पास जारी करने का फैसला किया है। बीएमटीसी ने कहा कि गारमेंट फैक्टरियों में काम करने वाली महिलाएं जो ' वनिता संगति' मासिक बस पास की योजना का लाभ लेना चाहती हैं, उन्हें इसके लिए संबंधित फैक्टरी में आवेदन करना होगा। बयान में कहा गया कि फैक्टरी प्रबंधन के लिए जरूरी है । वह उन महिला कर्मियों की सूची बेंगलुरु स्थित कर्नाटक श्रम बोर्ड को जमा करे जो बस पास की सुविधा लेना चाहती हैं। परिवहन निगम ने बताया कि 'वनिता संगति' पास धारक महिलाएं बीएमटीसी की सभी साधारण श्रेणी की बसों में यात्रा कर सकेंगी।