बेंगलुरु। बेंगलुरु से एक झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक इंजीनियर पिता ने अपनी दो साल की मासूम बच्ची को इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि वह भूख से बिलख रही थी। पिता की हालत ऐसी थी कि उसके पास बच्ची को खाना खिलाने के लिए पैसे तक नहीं थे। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
पिता राहुल परमार गुजरात का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने अपनी बेटी हत्या के बाद उसकी लाश को झील में फेंक दिया था। उसने खुद भी आत्महत्या की कोशिश की लेकिन वह इसमें नाकाम रहा। बेटी की हत्या करने के बाद राहुल ने भी झील में छलांग लगा दी था, मगर कुछ लोगों ने उसे ऐसा करते देख लिया और उसे बचा लिया। लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि हत्या करने से पहले वह अपनी बेटी को कार में घुमाने ले गया। उसके लिए कुछ बिस्कुट और चॉकलेट खरीदे, उसके साथ समय बिताया। उसके साथ खेला, गले लाया और फिर उसे मार डाला क्योंकि उसके पास पैसे नहीं थे और वह उसे खाना नहीं दे पा रहा था। आरोपी राहुल ने पुलिस को यह भी बताया कि उसके पास नौकरी नहीं थी, वह पिछले 6 महीने से बेरोजगार था। बिटकॉइन के बिजनेस में उसे भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। वह कर्ज में डूब गया था। घर के हालात से उबरने के लिए उसने अपनी पत्नी के गहने भी गिरवी रखे थे। पत्नी से गहने चोरी होने को लेकर उसने झूठ बोला था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह कर्ज में इतना डूब चुका था कि पिछले कई दिनों से आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था लेकिन बेटी के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा था। उसने बताया कि खुद के साथ-साथ वह अपनी बेटी को मार देना चाहता था।
मामले में आरोपी राहुल परमार ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस को कोलार के केंदत्ती गांव के झील में शनिवार रात को बच्ची का शव मिला था। झील के किनारे नीले रंग की एक कार भी मिली। पुलिस के मुताबिक, आरोपी और उसकी बेटी 15 नवंबर को लापता हो गए थे, इसके बाद बच्ची की मां भाव्या ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।