थमा कर्नाटक में चुनावी प्रचार, सबकी नजरें 10 मई को मतदान पर
आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार 8 मई की शाम पांच बजे थम गया। इस बार प्रचार में कई मुद्दे छाए रहे, जैसे – मुस्लिम आरक्षण, बजरंग बली, महंगाई, भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दे इनमें शामिल थे। इस चुनावी प्रचार में क्या सत्ता पक्ष और क्या विपक्ष, सबके बीच सिर्फ़ ज़ुबानी जंग नहीं दिखी बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर ही जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
आदर्श आचार संहिता के मुताबिक सोमवार (8 मई) को चुनाव प्रचार अंतिम दिन था। अब 10 को जनता तय करेगी कि राज्य में फिर से भगवा का परचम लहराएगा कि इस बार तमाम सर्वे में जो बातें सामने आई हैं उसके मुताबिक कांग्रेस सरकार बनाएगी।
10 मई को होगी वोटिंग
सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा के स्टॉलवार्ट नेता व राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) ने शिवमोगा में रोड-शो किया। यहां से उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र चुनाव (BY Vijayendra Election) मैदान में हैं। शिरलकोप्पा में पार्टी के उम्मीदवार और उनके बेटे भी साथ दिखे। वहीं, कांग्रेस ने भी भाजपा की वापसी न हो इसके लिए पूरी कोशिश की है।
जाते-जाते भाजपा के एक नेता पर जिन्होंने कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) के परिवार को मार देने की बात कही तो कांग्रेस के एक नेता ने एफआईआर दर्ज करा दी है। कुल मिलाकर देखें तो दोनों तरफ से अंतिम दिन भी खूब घमासान रहा। अब सबकी निगाहें 10 मई गुरुवार पर टिक गई हैं चूंकि उस दिन जनता सभी पार्टियों के घोषणापत्र का आकलन करते हुए अंतिम कील ठोंकेगे और फिर 13 मई को वहीं सर्वमान्य होगा।