Bengaluru बेंगलुरु: कर्नाटक Karnataka के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने बुधवार को दावा किया कि 'बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका' में ईडी की छापेमारी भाजपा में अंदरूनी कलह का नतीजा है। ईडी ने मंगलवार को बीबीएमपी में इंजीनियर-इन-चीफ बीएस प्रहलाद और अन्य इंजीनियरों के कार्यालयों की तलाशी ली। यह छापेमारी उन इलाकों में बोरवेल और रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट के संबंध में की गई, जहां कावेरी जल कनेक्शन नहीं दिया गया है। यह जानकारी निकाय एजेंसी के सूत्रों ने दी।
यह छापेमारी भाजपा नेता और बीबीएमपी के पूर्व पार्षद एन आर रमेश द्वारा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को दी गई शिकायत के आधार पर की गई। बाद में एसीबी ने मामले को ईडी को सौंप दिया। शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, "यह भाजपा में अंदरूनी लड़ाई है। भाजपा के एक नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायकों के खिलाफ शिकायत की थी, क्योंकि उन्हें टिकट (विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए) नहीं दिया गया था।"उन्होंने कहा कि उन्होंने करीब डेढ़ साल पहले बीबीएमपी अधिकारियों को संभावित छापों के लिए तैयार रहने और ईडी अधिकारियों द्वारा मांगे जाने वाले सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
शिवकुमार ने कहा, "हम उनके साथ सहयोग करेंगे। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मुझे विस्तृत जानकारी नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने कल मुझे इसके बारे में बताया।" उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब सूचना के अधिकार के तहत सभी को दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे, तो ईडी अधिकारियों को भी वही दस्तावेज दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गलत काम करने वालों को दंडित किया जाएगा। एससी/एसटी समुदाय के विधायकों द्वारा आयोजित रात्रिभोज बैठक के रद्द होने के बारे में उन्होंने कहा कि नहीं है। उन्हें इस बारे में कोई जानकारी
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि एससी/एसटी समुदायों के कांग्रेस नेताओं, मंत्रियों और विधायकों की 8 जनवरी को बुलाई गई रात्रिभोज बैठक को कर्नाटक के प्रभारी एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला के निर्देश के बाद स्थगित कर दिया गया है। परमेश्वर ने एक बयान में कहा कि बैठक की अगली तारीख के बारे में बाद में सूचित किया जाएगा। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा दलित और एसटी कैबिनेट के चुनिंदा सहयोगियों के साथ रात्रिभोज के एक सप्ताह के भीतर यह बैठक निर्धारित की गई थी, जिसने इस साल मार्च के बाद राज्य में सत्ता परिवर्तन की अटकलों के बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने दिल्ली में एआईसीसी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल से मुलाकात की और घटनाक्रम पर चर्चा की।