कर्नाटक : लिंगायत समुदाय से कट रही भाजपा को कांग्रेस ने ही दिया जीवनदान, खरगे-सिद्धारमैया के बयान ने फंसाया कर्नाटक चुनाव में लिंगायत समुदाय के अपमान के आरोप से घिरी भाजपा को कांग्रेस ने खुद ही अपनी गलतियों से हमला बोलने का मौका दे दिया। लिंगायत वोटों का नुकसान पाते दिख रही भाजपा को फिर से संजीवनी मिल गई है।
बेंगलुरू, आईएएनएस कर्नाटक में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा और कांग्रेस के प्रचार अभियान में तल्खी बढ़ती जा रही है। प्रमुख लिंगायत नेताओं के पार्टी से जाने के बाद से आलोचना झेल रही भाजपा के लिए कांग्रेस ने खुद ही संजीवनी दे दी है।
अपने नेताओं की हालिया टिप्पणियों के कारण कांग्रेस अब बैकफुट पर आ गई है। कांग्रेस नेताओं द्वारा लिंगायत मुख्यमंत्रियों को 'भ्रष्ट' बताने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना एक 'जहरीले सांप' से करने से भाजपा को कर्नाटक चुनाव में मुकाबला करने के लिए बहुत जरूरी हथियार मिल गया है।
कांग्रेस ने दो प्रमुख लिंगायत नेता पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी को पार्टी में शामिल करने के बाद भाजपा पर कई वार किए और कहा कि वे इस समुदाय के हितैशी नहीं हैं। हालांकि, सिद्धारमैया और एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा की गई टिप्पणियों पर कांग्रेस खुद ही बैकफुट पर है।