कोविड प्रतिबंधों में ढील को लेकर सीएम बोम्मई आज करेंगे उच्च स्तरीय बैठक
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शुक्रवार को कोरोना को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
बेंगलुरु, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शुक्रवार को कोरोना को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में वीकेंड और नाइट कर्फ्यू में ढील देने के साथ-साथ स्कूलों को फिर से खोलने पर भी महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। पिछले 24 घंटों में कर्नाटक 47 हजार 754 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। कर्नाटक में बेंगलुरु में सबसे अधिक 30 हजार 540 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। हालांकि राज्य में 22 हजार 143 और बेंगलुरु में 13 हजार 195 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी की गई है। इसके साथ ही बीमारी की गंभीरता में कमी को देखते हुए राज्य में प्रतिबंध हटाने की घोषणा की गई है।
कोविड प्रतिबंधों को हटाने की मांग
इससे पहले 18 को 8 हजार 353 और 19 जनवरी को 23 हजार 209 मरीजों को छुट्टी दी गई। बोम्मई और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि बैठक में जनहित को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लिए जाएंगे और मौतों से बचना ही सरकार की एकमात्र चिंता है। उन्होंने बताया कि सरकार पर व्यापारिक समुदाय और निजी स्कूल प्रबंधन की ओर से प्रतिबंधों को कम करने का दबाव बढ़ रहा है। निजी स्कूल प्रबंधन बेंगलुरु में स्कूल फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं। राज्य के बाकी हिस्सों में स्कूल चल रहे हैं और संबंधित जिला आयुक्तों को इस पर फैसला लेने को कहा गया है। इसके साथ ही जिला आयुक्तों को पूरे जिले के लिए व्यापक फैसला न लेने की सलाह भी दी गई है। दूसरी ओर विशेष रूप से बेंगलुरु में व्यापारी समुदाय, फिल्म प्रदर्शक, बार, पब और होटल मालिक भी राज्य में वीकेंड और नाइट कर्फ्यू को हटाने की मांग कर रहे हैं।
प्रतिबंधों को हटाने के लिए जारी विरोध
मैसूर में फिल्म प्रदर्शकों ने प्रदर्शनियों को रद्द करके बैठने की क्षमता को 100 प्रतिशत और वीकेंड और नाइट कर्फ्यू प्रतिबंधों को हटाने की मांग लेकर विरोध किया है। विपक्षी कांग्रेस नेताओं ने भी प्रतिबंधों को लागू करने के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी की कड़ी आलोचना की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने लोगों की आजीविका को बाधित करने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा है कि किसी एक की सुविधा के लिए नियमों को आसान नहीं बनाया जा सकता है। पूरे समाज की मदद के लिए एक ही फैसला करना होगा। इस बीच विशेषज्ञों के एक अध्ययन ने बताया कि कुछ ही दिनों में राज्य में कोरोना की तीसरी लहर अपने चरम स्तर पर पहुंच सकती है। वहीं, राज्य सरकार वीकेंड और नाइट कर्फ्यू में ढील देने की योजना बना रही है। सरकार के एक सूत्र ने यह भी पुष्टि की कि बैठक में बेंगलुरु में स्कूलों को फिर से खोलने के संबंध में एक सही फैसला लिया जाएगा।