बेंगलुरु (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने मंगलवार को कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के देश का नाम बदलकर सिर्फ भारत करने की कोई जरूरत ही नहीं है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान में देश का नाम इंडिया और भारत दोनों है और भारत नाम पर पहले से ही सभी की सहमति है।
उन्होंने कहा, "इसका नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं है।"
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि "केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक समावेशी गठबंधन (इंडिया) से इतना डर गए हैं कि संविधान में लिखा हुआ 'रिपब्लिक ऑफ इंडिया' नाम बदलने पर उतारू हैं।"
शिवकुमार ने कहा, "कोई देख सकता है कि भाजपा और केंद्र सरकार कितनी घबराई हुई है और आगामी लोकसभा चुनावों में अपनी हार अभी से देख रही है, इसलिए भारतीय मुद्रा पर अंकित इंडिया नाम को भी बदलने का प्रयास किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "हम सभी भारतीय हैं। हमने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। महज हार के डर से देश का नाम बदलना सही नहीं है। उनकी सोच कुछ और है। अगर वह बात सामने आ गई तो लोग चौंक जाएंगे। मैं इस पर अलग समय पर बोलूंगा।"
शिवकुमार ने कहा, "कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर मैं इस प्रस्ताव का विरोध कर रहा हूं। ऐसी राजनीति लंबे समय तक नहीं चलेगी। आप लंबे समय तक सत्ता में नहीं रह सकते, ऐसा मत कीजिए प्लीज।"