बेंगलुरु गेटवेज़

Update: 2023-07-13 07:03 GMT

 बेंगलुरु, जिसे भारत के टेक कैपिटल के रूप में जानते हैं, कर्नाटक का सबसे हलचल भरा महानगर है। यह शहर कई मनोरम और खूबसूरत डेस्टिनेशन्स से घिरा हुआ है, जहां मानसून सीजन में जाना काफी आनंददायक हो सकता है। इस मौसम में हर तरफ हरियाली फैल जाती है और इसे देखकर किसी का भी लॉन्गड्राइव पर जाने का दिल ललचा सकता है। अगर आप भी बेंगलुरु या उसके आस-पास रहते हैं या भविष्य में यहां जाने का मन बना रहे हैं, तो हम आपको कुछ ऐसे डेस्टिनेशन्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जाकर आप क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं और कुछ नया अनुभव कर सकते हैं।

1. बेंगलुरु से कूर्ग (250 किमी)

जैसे ही आप बेंगलुरु के दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ते हैं, आपको कूर्ग का मनोरम दृश्य अपनी ओर आकर्षित करने लगेगा। इस जिले की खूबसूरती मानसून सीजन में देखने लायक होती है। हरे-भरे कॉफी के बागानों से लेकर रहस्यमयी धुंध से भरी घाटियां और इनके बीच से होकर गुजरने वाली घुमावदार सड़कें देख आप खो जाएंगे। यहां एबी फ़ॉल्स की यात्रा करें या किसी कॉफ़ी एस्टेट में रुकें जहां आप ताज़ी बनी कॉफ़ी की सुगंध का अनुभव और आनंद ले सकें।

2.बेंगलुरु से चिकमंगलूर (245 किमी)

हरे-भरे कॉफी बागानों का अनुभव लेने और आनंददायक छुट्टी बिताने के लिए बेंगलुरु से चिकमंगलूर की शांत पहाड़ियां एक बेहतरीन विकल्प हैं। यहां की हवाओं में आपको ताजी रोस्टेड कॉफी बीन्स की खुशबू मिलेगी। इसके अलावा यहां पर बाबा बुदनगिरी पहाड़ियों के आकर्षण का आनंद लें, जहां की रहस्यमय गुफाएं टूरिस्ट्स को रोमांचित करती हैं। कर्नाटक की सबसे ऊंची चोटी मुल्लायनागिरि की पहाड़ियां धुंध से सराबोर होती हैं और उनके आसपास की घाटियां भी सीनिक व्यू से भरपूर होती हैं। इसके अलावा यहां कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान, भद्रा वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और हिरेकोलाले झील जैसे प्लेसेज भी शामिल हैं।

3.बेंगलुरु से वायनाड (270 किमी)

मानसून सीजन में बेंगलुरु के पास घूमने के लिए बेस्ट प्लेसेज में से एक वायनाड भी है, जो इस मौसम में यहां आने वालों का खुली बांहों के साथ स्वागत करता है। एक खूबसूरत लॉन्ग ड्राइव का आनंद लेते हुए आप शहर में एंट्री ले सकते हैं, जहां बारिश के मौसम में हरे-भरे पत्ते और प्राचीन झील आपका दिल खुश कर देंगे। यहां आएं, तो बाणासुर सागर बांध जरूर देखें। इसके अलावा मीनमुट्टी झरना भी यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है। कोशिश करें कि वायनाड के एक आदिवासी विरासत गांव एन ऊरू और एडक्कल गुफाओं की यात्रा के लिए भी समय निकालें।

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