धनबाद न्यूज़: बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के भेलाटांड़ हीरक रोड स्थित शिवम अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा किया. परिजन डॉक्टरों पर ऑपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे. घटना की सूचना पर बरवाअड्डा थाना प्रभारी विक्रम कुमार सिंह सदलबल पहुंचे. बाद में हुई वार्ता में अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को 2 लाख 20 हजार मुआवजा देने पर सहमति जताई. इसके बाद मामला शांत हुआ.
परिजनों ने बताया कि जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र के सकलपुर गांव की 42 वर्षीय मुसनी देवी को थाइराइड घेंघा के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया गया था. मुसनी के एक रिश्तेदार बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के गोरगा निवासी संदीप कुमार महतो के कहने पर 29 मार्च को भर्ती कराया गया था. परिजनों के अनुसार अस्पताल संचालक नीलकंठ महतो एवं अस्पताल कर्मी राजू महतो ने ऑपरेशन का 40 हजार रुपए का पैकेज दिया था. परिजनों के ने 20 हजार रुपए जमा किया. 30 मार्च की दोपहर 3 बजे मरीज को ऑपरेशन के लिए ओटी में ले गए. ओटी से महिला को लगभग 9 बजे रात को निकाल कर अस्पताल संचालक नीलकंठ महतो ने एसएनएमएमसीएच ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के वक्त सर्जन डॉ जयंत चक्रवर्ती और एनेस्थीसिया के डॉ शहबाज अहमद मौजूद थे. महिला की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और शव को शिवम अस्पताल में रख कर हंगामा करने लगे. सूचना पर डॉ जयंत चक्रवर्ती, एनेस्थीसिया के डॉ शहबाज, संचालक नीलकंठ महतो एवं संदीप कुमार महतो अस्पताल पहुंचे. घटना घटने के बाद दोनों डॉक्टर एक-दूसरे पर आरोप - प्रत्यारोप लगा रहे थे. इधर, हंगामे की सूचना पर उप प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुमार महतो, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धर्मजीत सिंह भी अस्पताल पहुंचे. नेताओं ने दोनों पक्षों से वार्ता करवायी. इसमें मृतका के परिजनों को 2 लाख 20 हजार रुपए मुआवजा देने की सहमति बनी. अस्पताल संचालक नीलकंठ महतो ने आश्रितों को तत्काल क्रियाक्रम के लिए 20 हजार रुपए दिए. वहीं मुआवजा की बाकी रकम देने की बात कही. इसके बाद परिजनों ने शव को लेकर चले गए.