यूपीए सरकार में 9वीं अनुसूची क्यों भूल गए

Update: 2023-02-03 11:21 GMT

राँची न्यूज़: स्थानीयता नीति के मामले में भाजपा विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को घेरा है. मरांडी ने कहा कि भाजपा ने 1932 का कभी विरोध नहीं किया, लेकिन हेमंत सरकार आज दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर गोली क्यों चला रही है.

बाबूलाल ने कहा कि हेमंत सोरेन ने अर्जुन मुंडा की सरकार को 1932 के खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति के नाम पर ही 2013 में समर्थन वापस लेकर गिराई थी. तब वे राज्य के उपमुख्यमंत्री थे. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को जवाब देना होगा कि आखिर 18 महीने तक वे पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे फिर भी स्थानीय नीति और नियोजन नीति क्यों नहीं बनाई. यूपीए का देश और राज्य दोनों में शासन था, मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, फिर उन्हें 9वीं अनुसूची की बात तब क्यों याद नहीं आई?

राजनीति चतुराई से नहीं, ईमानदारी से चलती है

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन झारखंड की जनता को बेवकूफ बना रहे हैं. भाजपा राजनीति की ऐसी दुकान नहीं चलने देगी. उन्होंने कहा कि राजनीति चतुराई से नहीं ईमानदारी से चलती है. हेमंत सोरेन राज्य की जनता के प्रति ईमानदारी नहीं बरत रहे. राज्य सरकार को नीति बनाने का पूरा अधिकार है. हेमंत सरकार राज्यपाल के द्वारा स्थानीय नीति के संबंध में उठाए गए सवालों का विधिसम्मत समाधान निकाले और जल्द राज्य की जनता को स्थानीय और नियोजन नीति दे. इसके लिए बड़ी फीस पर भी विधि विशेषज्ञों, वकीलों की राय लेने से परहेज नहीं करे. उन्होंने कहा आज राज्य के युवा बिना स्थानीय और नियोजन नीति के हताश और निराश हैं. बेरोजगारी की मार झेलते हुए दर-दर भटकने को विवश हैं.

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