महिलाओं के शव के साथ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

आश्रितों को 20-20 लाख मुआवजा व नियोजन की मांग को लेकर दिया धरना

Update: 2023-09-23 04:56 GMT

धनबाद: बीसीसीएल कुसुंडा एरिया छह की गोंदूडीह कोलियरी में संचालित हिलटॉप आउटसोर्सिंग कंपनी के माइनिंग रोड में अचानक बने गोफ में समाई तीनों महिलाओं के क्षत-विक्षत शव के साथ ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. 14 सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीण और जिला प्रशासन के बीच दो बार वार्ता हुई लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई. एनडीआरएफ व रेस्क्यू की टीम ने काफी मशक्कत के बाद गोफ में समाई धोबीकुल्ही की पोरला देवी (63), ठंडी देवी (48) व मदवा देवी (72) का कई टुकड़ों में बंटा शव बरामद किया था.

बस्ती के ग्रामीण सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास, नियोजन व मृतका के आश्रितों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा समेत 14 सूत्री मांगों को लेकर शव को एंबुलेंस में रखकर घटनास्थल के समीप बैठ गए. ग्रामीणों की मांग थी कि बीसीसीएल प्रबंधन घटनास्थल पर ही ग्रामीणों से वार्ता करे जबकि विधि व्यवस्था को देखते हुए जिला प्रशासन गोंदूडीह कोलियरी ऑफिस में वार्ता करवाना चाहता था. सूचना पाकर धनबाद एसडीओ उदय रजक, बाघमारा सीओ रविभूषण प्रसाद, बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति सहित ईस्ट बसुरिया ओपी प्रभारी उपेंद्र कुमार व गोंदूडीह प्रभारी कुंदन कुमार पहुंच कर ग्रामीणों को काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया. कुछ देर बाद ग्रामीण ईस्ट बसुरिया ओपी प्रांगण में वार्ता करने पर सहमत हुए. देर रात तक शव के साथ ग्रामीण डटे हुए थे.

अधिकारियों के अलावा बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू, कुसुंडा एरिया जीएम वीके गोयल, एजीएम प्रणव दास, एपीएम वेदप्रकाश, एजेंट बाइक झा व संजय कुमार, पीएम उमंग ठक्कर, जिप सदस्य मो. इसराफिल, जिप अध्यक्ष प्रतिनिधि शेखर सिंह, पंसस राजू रजक, मो. आजाद, मुखिया भीमलाल रजक, महेश रजक सहित ग्रामीण वार्ता में भाग लिया.

बीसीसीएल पांच लाख मुआवजा देने को तैयार 14 सूत्री मांगों में मुख्य मांग में पुनर्वास की प्रक्रिया की समय-सीमा तय करने और मृतक के आश्रितों को 20 लाख की मुआवजा राशि देन पर बहस होने लगी. जीएम ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि प्रबंधन व ग्रामीणों की एक टीम बनाकर तीन माह में पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी की जाएगी व मुआवजा के रूप में पांच लाख अपने स्तर से दिया जाएगा, जिस पर सहमति नहीं बनी.

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