जमशेदपुर न्यूज़: वर्कर्स कॉलेज मानगो में उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब बिना यूनिफार्म के आए विद्यार्थियों को कॉलेज परिसर में घुसने से रोक दिया गया. कॉलेज में ड्रेस कोड लागू किया गया है. ऐसे में जो विद्यार्थी बिना ड्रेस कोड के आए थे, उन्हें गेट पर ही रोक लिया गया. इससे विद्यार्थी उखड़ गए और हंगामा शुरू कर दिया. प्राचार्य डॉ. एसपी महालिक को खुद गेट पर आकर विद्यार्थियों से बातचीत करनी पड़ी.
उन्होंने नियमों का हवाला देकर बिना ड्रेस कोड के कॉलेज परिसर में प्रवेश नहीं करने देने की बात कही. इसपर छात्र संगठनों ने प्राचार्य का विरोध किया और आरोप लगाया कि प्राचार्य ड्रेस कोड लागू करने के मामले में भेदभाव कर रहे हैं. छात्रों ने आरोप लगाया कि एक विशेष वर्ग के विद्यार्थियों को बिना ड्रेस कोड के परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है, जबकि बाकी के विद्यार्थियों को नियमों का पाठ पढ़ाया जा रहा है.
आजसू छात्र संघ के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन द्वारा कॉलेज परिसर मे ड्रेस कोड लागू करना सही निर्णय है, लेकिन इसपर भी ध्यान देने की आवश्यकता है कि कोई छात्र अगर कक्षा करने नहीं आया है और सिर्फ उसे ऑफिस वर्क के लिए कॉलेज आना पड़ा है तो वैसे विद्यार्थियों को यह कहकर वापस घर भेज देना कि ड्रेस पहन कर आइये, तब नामांकन होगा, बिल्कुल गलत है. जो छात्र दूर-दराज से आते हैं उनको अंदर प्रवेश नहीं मिलता है, लेकिन कुछ विशेष लोगों को ड्रेस के लिए नहीं रोका जाता है और न ही बोला जाता है और न ही जांच होती है.
ऐसी स्थिति मे दूसरे छात्रों में आक्रोश का माहौल है. आगर कॉलेज मे ड्रेस कोड हो तो सबके लिए हो, अन्यथा न हो. किसी विशेष छात्र वर्ग को छूट देना कॉलेज हित मे नहीं है. इस कारण छात्राओं ने हंगामा किया है. पाठक ने कहा कि मामले मे आजसू छात्र संघ राज्यपाल, कुलपति एवं कुलसचिव को पत्र भेजकर मामले की जानकारी देगा.