Chaibasa (Jharkhand) चाईबासा (झारखंड): झारखंड Jharkhand के पश्चिमी सिंहभूम जिले के टेबो थाना क्षेत्र में एक परिवार के तीन सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गई। पुलिस ने शनिवार को बताया कि उन पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया गया था। मृतकों की पहचान 60 वर्षीय दुगुलु पूर्ति, उनकी पत्नी सुकू होरो (50) और उनकी बेटी दासकिर पूर्ति (23) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार शव पास के जंगल में मिले। हत्याएं गुरुवार रात चंपवा पंचायत के अंतर्गत आने वाले सियानकेल गांव में हुईं, लेकिन पुलिस को शनिवार को ही घटना की जानकारी मिली, क्योंकि सूचना मिलने में देरी हो गई थी।
ग्रामीणों ने कथित तौर पर परिवार पर हमला किया, उन्हें नंगा कर दिया, लाठी-डंडों से पीटा और धारदार हथियारों से उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शवों को गले में रस्सी बांधकर जंगल में घसीटा गया। पुलिस ने बताया कि यह हमला कुछ दिन पहले आयोजित एक ग्राम पंचायत की बैठक के बाद हुआ, जिसमें दंपति पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया गया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले गांव में पंचायत हुई थी, जिसमें डुगुलु पूर्ति और उसकी पत्नी सुकू होरो पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया गया था। पंचायत में उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। शुक्रवार शाम को कुछ ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों को शवों के बारे में सूचना दी।
हालांकि, पुलिस शनिवार को ही गांव पहुंची, क्योंकि यह इलाका माओवादी प्रभावित है। मृतक दंपत्ति की दो बेटियां हैं, जिनमें से एक दिल्ली में काम करती है और दूसरी बंदगांव प्रखंड के बिरसा आवासीय विद्यालय में पढ़ती है। इलाके में भय का माहौल होने के कारण वे अभी तक गांव नहीं लौटी हैं। हमलावरों की पहचान और उन्हें पकड़ने के प्रयास के साथ पुलिस जांच कर रही है। दुखद बात यह है कि झारखंड में जादू-टोना से जुड़ी हिंसा अभी भी व्याप्त है, राज्य गठन के बाद से डायन-बिसाही के नाम पर 1,150 से अधिक लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं। इस साल ही राज्य में ऐसी 15 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं।