हेल्थ मैप में होगा मुफ्त एमआरआई, रिम्स में फिलहाल 15 लोगों का ही हो पाता एमआरआई

15 लोगों का ही हो पाता एमआरआई

Update: 2023-09-19 09:27 GMT
झारखण्ड: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मरीजों को एमआरआई के लिए निजी केंद्रों की ओर रुख नहीं करना होगा. रिम्स में भर्ती आयुष्मान कार्डधारी और बीपीएल मरीजों की निशुल्क जांच हेल्थ मैप में होगी. इसके लिए रिम्स हेल्थ मैप को पैसे का भुगतान करेगा. निदेशक डॉ राजीव गुप्ता ने बताया कि हेल्थमैप रिम्स में लगने वाले एमआरआई की दर से कम दर पर जांच करने के लिए तैयार है. अगले दो से तीन दिनों में मरीजों को यह सुविधा मिलने लगेगी.
रिम्स में भर्ती मरीजों को फिलहाल एमआरआई कराने के लिए बहुत अधिक परेशानी होती है. रिम्स में एमआरआई की पुरानी मशीन खराब हो चुकी है. यह मशीन 17 साल पुरानी है. नई मशीन के खरीदारी के लिए निविदा निकाली गई है. पर तब तक मरीजों की इस समस्या को दूर करने के लिए रिम्स परिसर में मौजूद पीपीपी मोड पर संचालित हेल्थ मैप से एमआरआई के लिए करार किया गया है.
हर दिन रिम्स में 50 मरीजों को एमआरआई की जरूरत रिम्स में भर्ती न्यूनतम पचास मरीजों को हर दिन एमआरआई की जरूरत पड़ती है. बिना एमआरआई के इलाज संभव नहीं हो पाता है. इसलिए गरीब वर्ग के मरीजेां को भी मजबूरी में बाहर के निजी केंद्रों में एमआरआई कराना पड़ता है. इसके लिए उन्हें पांच से बारह हजार रुपए तक का भुगतान करना पड़ता है. इस सुविधा के शुरू हो जाने से मरीजों को इतने पैसे लगाने नहीं होंगे.
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