राँची न्यूज़: रांची नगर निगम कर्मचारियों ने काम ठप कर दिया और सभी धरना पर बैठ गए. रांची नगर निगम कर्मचारी संघ की ओर से निगम परिसर में धरना दिया गया. कर्मचारियों के दिन के दस से शाम चार बजे तक धरना पर बैठे रहने से निगम का काम पूरी तरह से प्रभावित रहा. इस दौरान सैकड़ों लोग निराश लौट गए.
निगम की जनसुविधा केंद्र में जरूरी काम के लिए पहुंचे लोग भी बैरंग लौट गए. टोकन सेवा के सात काउंटर पर कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं रहा. इसके अलावा निगम की विभिन्न शाखा में दिनभर काम नहीं हुआ और न ही फाइलों का निष्पादन हुआ. निगम में आउटसोर्सिंग वाले कर्मी एवं कुछ अधिकारी अपने कक्ष में जरूर मौजूद रहे, लेकिन फाइलों का प्रवाह नहीं होने से काम प्रभावित रहा.
500 लोगों के बैरंग लौटने की आशंका
जनसुविधा केंद्र में टोकन सेवा के सभी सात काउंटर बंद रहे. इसमें जन्म-मृत्यु, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, होल्डिंग, ट्रेड लाइसेंस समेत अन्य यूटिलिटी सेवा के काउंटर शामिल हैं. टोकन सेवा केंद्र पर रोज तीन से पांच सौ लोग काम के सिलसिले में आते हैं. कार्य बहिष्कार से किसी भी काउंटर पर कोई काम नहीं हुआ.
पांच सूत्री मांग को लेकर दिया धरना
निगम के कर्मचारियों ने संघ के आह्वान पर पांच सूत्री मांग को पूरा करने को लेकर धरना दिया. संगठन के अध्यक्ष नरेश राम ने बताया कि तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के पद अनुकम्पा के आधार पर सृजित नहीं होने से आश्रितों की नियुक्ति की मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है. इसके अलावा कर्मचारियों को पदोन्नति और मृत कर्मियों के परिजनों को पारिवारिक पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है. वहीं कई कारणों से राजस्व एवं बाजार शाखा में संविदा पर काम कर रहे सिटी मैनेजर के बजाय निगम के कर्मचारी को राजस्व पदाधिकारी बनाने की मांग की जा रही है. प्रोजेक्ट भवन के सामने प्रदर्शन, एक फरवरी को मशाल जुलूस और दो फरवरी से बेमियादी हड़ताल होगी.