सरायकेला: झारखंड में 1932 खतियान लागू करने की मांग को लेकर झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के जिला संयोजक मंडली द्वारा मंत्री चंपई सोरेन (Minister Champai Soren) के आवास पहुंचकर मंत्री को ज्ञापन देने का प्रयास किया गया. लेकिन मंत्री का काफिला आगे बढ़ गया, जिसके बाद सुरक्षा को दरकिनार करते हुए समिति के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और मंत्री के काफिले को रोक दिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 1932 खतियान लागू करने के मांग को लेकर समिति अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत गम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मंत्री के आवास जिलिंगगोड़ा गांव पहुंचे. जहां मंत्री चंपई सोरेन गाड़ी में सवार होकर एक कार्यक्रम के लिए निकल पड़े. यह देख समिति के सदस्यों ने आपा खो दिया और जमकर मंत्री के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए आक्रोशित लोगों ने मंत्री के काफिले को तकरीबन 1 घंटे तक रोके (people stopped vehicle) रखा. जिसे मंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक माना (Champai Soren security breaches) जा रहा है. इस घटना के बाद मंत्री चंपई सोरेन की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मुश्किल से मंत्री के काफिले को वहां से निकाल ले गए.
सड़क पर काफिले के आगे लेट गए लोगः इस समिति द्वारा विधानसभा के मानसून सत्र में खतियान आधारित नियोजन और स्थानीय नीति की मांग को लेकर आंदोलित हैं. इसी चरणबद्ध आंदोलन के तहत रविवार को सैकड़ों की संख्या में लोग मंत्री चंपई सोरेन के आवास पहुंचे थे. मंत्री चंपई सोरेन द्वारा समिति के लोगों से बिना मिले और उनसे ज्ञापन लिए बिना वहां से निकलने से समिति के सदस्य आक्रोशित हो गए. कुछ लोग मंत्री के काफिले के आगे सड़क पर लेट गए, जिससे एक घंटे तक मंत्री चंपई सोरेन का काफिला इस भीड़ में फंसी रही.4 नामजद समेत दर्जन अज्ञात पर मामला दर्जः