मधुबनी न्यूज़: शहर का एकमात्र जर्जर स्टेडियम झील में तब्दील हो गया है. इसके बाहर बारिश का पानी लगभग 20 दिनों से लगा हुआ है तो अंदर तो पूरा स्टेडियम तालाब का रुप ले लिया है. जो ढ़ांचा शेष है, वह धाराशायी होने के कगार पर पहुंच गया है. पूरा परिसर नाला के पानी और आसपास की गंदगी व कचरा से पटा हुआ है. यहां की बदहाली का मुद्दा 12 सालों से विभिन्न मंचों पर उठ चुका है. इसके बाद भी स्टेडियम की हालत यह है. 11 जनवरी को सीएम की यात्रा के दौरान उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ द्वारा इसकी बदहाली की समस्या को उठाया गया.
समीक्षा बैठक में मामला उठने के फौरन बाद स्टेडियम निर्माण के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया. यह उच्चस्तरीय टीम 12 जनवरी को स्टेडियम का निरीक्षण कर उसी दिन अपनी रिपोर्ट विभाग को भेज दिया. इन पांच माहों के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. इससे पहले सीएम जनता दरबार सहित अन्य स्तरों पर भी स्थानीय नागरिकों के द्वारा इस मामले को उठाया जा चुका है.
क्या कहते हैं अधिकारी
नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि स्टेडियम पूर्व में निकाय क्षेत्र से बाहर था. अब यह निगम एरिया में शामिल हुआ है. इसके विकास के लिए पहल की जा रही है. उम्मीद है शीघ्र ही इसका निर्माण शुरू हो जायेगा.