विपक्ष की नारेबाजी के बीच सदन की दूसरी पाली शुरू, अनुपुरक बजट पर चर्चा

अनुपुरक बजट पर चर्चा

Update: 2023-08-01 13:25 GMT
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा के विधायक सदन की सीढ़ियों पर बैठ गए। वह सरकार के खिलाफ हाथों में तख्तियां लिए विरोध कर रहे हैं। विधायक अनंत ओझा, बिरंची नारायण, मेनका सरदार आदि नियोजन नीति, किसानों की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया।
भाजपा आज तक अपना नेता नहीं चुन सकी
दूसरी पाली की शुरुआत होते ही विपक्ष ने हंगामा करना शुरू किया। भाजपा विधायक अमर बाउरी ने साफ कहा कि अनुदान की मांगों पर चर्चा नहीं करूंगा। राज्य के रोजगार, लॉ एंड ऑर्डर , करप्शन पर चर्चा होनी चाहिए। इस दौरान विपक्ष हंगामा करते रहे। विधानसभा अध्यक्ष बार-बार उन्हें बैठने को कह रहे थे। वहीं अनुपुरक बजट पर सुदिव्य सोनू ने अपनी बात रखी। इससे पहले उन्होंने कहा कि भाजपा नहीं चाहती की सदन के समय का सदुपयोग हो। उन्होंने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि भाजपा आज तक अपना नेता नहीं चुन सकी। सुदिव्य सोनू के व्यक्तत्व के दौरान भाजपा वेल पर हंगामा करते रहे।
सदन की कार्यवाही निर्धारित समय पर शुरू हुई। प्रश्नकाल शुरू होते ही भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि नियोजन नीति स्पष्ट नहीं है। सरकार नियुक्ति कर रही है। फिर कोई कोर्ट चला जाएगा। नियुक्तियां फिर फंसेगी। कार्यवाही के दौरान सदन के भीतर भी भाजपा के विधायक प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं विधायक राजेश कच्छप ने बालू की कीमत को लेकर सवाल किया। सरकार ने जवाब दिया कि बालू को लेकर स्टॉक यार्ड बनाया हुआ है। लेकिन राजेश कच्छप ने जानना चाहा कि ये स्टॉक यार्ड कहां-कहां है। इसके जवाब में बादल पत्रलेख ने बताया कि जेएसएमडीसी का राज्य में 21 जगह यार्ड बना हुआ है। इन जगहों से बालू स्पलाई की जा रही है।
सदन में सवालों का जवाब देते मंत्री बादल पत्रलेख
सदन में सवालों का जवाब देते मंत्री बादल पत्रलेख
पेसा कानून लागू होने तक खनन हो बंद
विधायक लोबिन हेंब्रम ने राज्य में पेसा कानून को लेकर सवाल किया। इसे लेकर उन्होंने अपनी ही सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि जब राज्य में पेसा कानून बना ही नहीं तो फिर खनन दोहन दोहन को लेकर सरकार कैसे ग्राम सभा की बात कह रही है। लोबिन हेंब्रम ने कहा कि जवाब दे रहे मंत्री बादल गुमराह कर रहे हैं। इसके जवाब में बादल पत्रलेख ने सदन से कहा कि अगर माइनिंग लीज आवंटन में कहीं नियम का उल्लंघन हुआ है तो बताया जाए। इसके बाद विपक्ष की ओर से सदन के भीतर लगातार हंगामा किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने दोपहर 12.30 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की।
सरकार नियोजन नीति करे स्पष्ट
सदन की शुरू होने से पहले सीढ़ियों में बैठे विधायक बिरंची नारायण नियोजन नीति को स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं। वही मेनका सरदार हाथों में तख्ती लेकर धनबाद के निरसा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पांड्रा को अविलंब चालू करने की मांग कर रहे हैं। वहीं अनंत ओझा राज्य में मौसम की स्थिति को देखते हुए झारखंड राज्य को सूखा घोषित करने की मांग कर रहे हैं। सुखाड़ और नियोजन नीति को लेकर कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि सरकार अपना काम कर रही है। भाजपा को बेवजह पेट में दर्द हो रहा है।
नियोजन नीति स्पष्ट करने की भाजपा कर रही मांग
नियोजन नीति स्पष्ट करने की भाजपा कर रही मांग
राज्य में सुखाड़ घोषित करे सरकार
विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि राज्य में सुखाड़ की स्थिति है। राज्य में सुखाड़ घोषित करना चाहिए। राज्य सरकार लॉ एंड ऑर्डर को देखने की बजाय मणिपुर-मणिपुर कर रही है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे गंभीरता से ले रहे हैं। वहीं विधायक अमर बाउरी ने कहा कि नियोजन नीति आज तक स्पष्ट नहीं कर पायी है। उन्होंने खेती की स्थिति को देखते हुए राज्य को सुखाड़ घोषित करने की मांग की। वहीं भाजपा के विधायक 60:40 नाय चलतो का नारा लगा रहे हैं।
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