बड़े-बड़े लोगों तक पहुंची ईडी जांच की आंच, सुमन ने खोल दी IAS पूजा सिंघल के कई राज
मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल की भूमिका से शुरू हुई जांच की आंच बड़े बड़े लोगों तक पहुंचने लगी है
मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल की भूमिका से शुरू हुई जांच की आंच बड़े बड़े लोगों तक पहुंचने लगी है। रिमांड पर लेकर पूछताछ किए जाने के दौरान सीए सुमन कुमार ने आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के बीते एक दशक के वित्तीय प्रबंधन व उससे जुड़े राज की जानकारी ईडी को दी है। सुमन ने बताया है कि बरामद 19.31 करोड़ का सबसे बड़ा हिस्सा पूजा सिंघल का था।
ईडी ने कोर्ट को सौंपे दस्तावेज में बताया है कि वर्तमान केस में जांच के दौरान कई तथ्य सामने आ रहे हैं। अब ईडी की टीम उन लोगों तक पहुंचने में जुटी हैं जो पूजा सिंघल के अपराध से अर्जित पैसों से लाभान्वित हुए हैं। साथ ही जिनकी मिलीभगत या संलिप्तता इसमें रही है। ईडी को अबतक की जांच में ऐसे कुछ नामों का पता चला है जो पूजा सिंघल से लाभान्वित हुए हैं। यही वजह है कि ईडी अब सुमन और पूजा सिंघल को आमने-सामने रख जांच व पूछताछ में फोकस कर रही है ताकि आपराध से अर्जित पैसों से किस-किस को हिस्सा मिलता था, यह जानकारी जुटायी जा सके। ईडी उन दूसरे लोगों तक भी पहुंचेगी जिनका पैसा सुमन के घर पर मिला था।
चल-अचल संपत्ति में निवेश की जांच
ईडी ने जानकारी दी है कि वह पूरे मामले में चल और अचल संपत्ति अर्जित किए जाने के पहलुओं पर जांच कर रही है। ईडी यह जांच रही है कि पूजा सिंघल और सुमन कुमार ने कहां-कहां जमीन व दूसरी चीजों में निवेश किया। इन संपत्तियों को भी ईडी जब्त करेगी। वहीं सुमन ने बताया है कि पल्स अस्पताल की जमीन की खरीद के लिए करोड़ों का भुगतान सरावगी बिल्डर्स के गणेश सरावगी व आलोक सरावगी को किया गया था।
डिजिटल उपकरणों की भी हो रही जांच
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान सीए सुमन के यहां से कई डिजिटल उपकरण, उसके कार्यालय का सर्वर भी जब्त किया गया है। साथ ही भारी मात्रा में कागजात जब्त हुए थे। इन सारी चीजों की काफी सूक्ष्मता से जांच की जा रही है।
मनरेगा में मनी लाउंड्रिंग की पुष्टि के बाद पूरी जांच पल्स के खर्च पर
ईडी को मनरेगा घोटाले में मनी लाउंड्रिंग के पूरे साक्ष्य पूजा सिंघल के खिलाफ मिले हैं। इस दौरान उनके आय से अधिक 1.43 करोड़ की संपत्ति की पुष्टि हो चुकी है। अब ईडी यह जांचने में लगी है कि पल्स अस्पताल के निर्माण में कितने रुपये की राशि का खर्च हुआ। पल्स अस्पताल के सभी तरह के भुगतान, कर्मियों के वेतन, आय समेत अन्य पहलुओं पर ईडी की जांच अब फोकस है। यही वजह है कि ईडी ठेकेदार, बिल्डर, आर्किटेक्ट, एसपीटी ठेकेदार समेत सारे लोगों का बयान दर्ज करेगी कि उन्हें कितने का भुगतान किया गया था।
पल्स डायग्नोसिस में भी 70 करोड़ का खर्च
ईडी अधिकारियों ने जांच में पाया है कि पल्स अस्पताल से अलग पूजा सिंघल के पति बरियातू में ही पल्स डायग्नोसिस सेंटर भी चलाते हैं। इस सेंटर पर तकरीबन 70 करोड़ का खर्च है। पल्स डायग्नोसिस खरीदने में 40 करोड़ व मशीनरी पर 30 करोड़ के खर्च का आंकलन ईडी ने किया है। जबकि पूजा सिंघल ने आर्किड कांप्लेक्स स्थित इस जमीन के विषय में कार्मिक विभाग को जानकारी दी थी कि यह जमीन उनके पति ने 10 करोड़ में अपनी बचत से खरीदी थी, वहीं इससे होने वाला आय छह लाख के करीब बताया गया था।
किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं: कोर्ट
पांच दिनों की पूछताछ के बाद ईडी ने आरोपी सीए सुमन कुमार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस रिमांड के आवेदन पर सुनवाई के दौरान अदालत ने उससे पूछा कि पूछताछ में किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हुई। इस पर वह बोला कि नहीं किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। सब ठीक है। सुनवाई के दौरान सुमन के अधिवक्ता एसपी अग्रवाल ने कहा कि पुलिस रिमांड के दौरान मिलने नहीं दिया गया। इस पर ईडी की ओर से कहा गया कि पूर्व में जानकारी दी होती तो मिलने दिया जाता। अदालत ने कहा हमेशा मिलने नहीं दिया जाएगा।