रांची (आईएएनएस)। झारखंड में एक और मोस्ट वांटेड माओवादी नक्सली कमांडर नीरज सिंह खेरवार ने हथियार डाल दिए हैं। उस पर झारखंड सरकार ने छह और एनआईए ने चार लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। एनआईए ने भी उसे झारखंड में मोस्ट वांटेड की लिस्ट में रखा था। पिछले दो दिनों के भीतर यह दूसरे बड़े माओवादी कमांडर का सरेंडर है।
नीरज सिंह खेरवार पर लातेहार के चंदवा में कुछ साल पहले चार पुलिसकर्मियों की हत्या के अलावा पलामू और चतरा जिले में तीन दर्जन से ज्यादा वारदात दर्ज हैं। पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात के बाद एनआईए ने भी उसपर केस दर्ज किया था। माओवादी संगठन में नीरज का ओहदा जोनल कमांडर का था। वह मूल रूप से पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के आबुन गांव का रहने वाला है।
बुधवार को छह लाख के इनामी खुदी मुंडा ने गुमला जिले के कुरुमगढ़ थाने में पहुंचकर सरेंडर किया था। हालांकि, इन दोनों नक्सलियों के सरेंडर के बारे में पुलिस ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। खबर है कि पुलिस इन दोनों से गुप्त स्थानों पर पूछताछ कर रही है। आधिकारिक तौर पर इनका सरेंडर बाद में घोषित किया जाएगा।
अप्रैल महीने में एनआईए ने नीरज खेरवार समेत सात नक्सलियों को मोस्ट वांटेड घोषित किया था। उसने झारखंड के लोहरदगा जिला पुलिस के पास सरेंडर किया है। बता दें माओवादियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा झारखंड में पिछले तीन साल से चलाए जा रहे व्यापक अभियान को खासी कामयाबी मिली है। तीन साल में अब तक 56 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें दो लाख से लेकर 25 लाख तक के इनामी नक्सली शामिल हैं। इस साल सबसे ज्यादा अब तक 20 नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार डाले हैं।