सुप्रियो : ईडी की छापेमारी में हीरा भगत का नाम क्यों नहीं
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने संताल परगना में कुछ व्यापारियों के घर पर ईडी की छापेमारी पर कई बातें सामने आई है
Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने संताल परगना में कुछ व्यापारियों के घर पर ईडी की छापेमारी पर कई बातें सामने आई है. मीडिया के जरिये पता चला कि करोड़ों रुपये की बरामदगी हुई है. ये कहा गया कि पंकज मिश्रा सहित कई लोगों के यहां छापेमारी हुई है. पर इसकी कोई अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन जिस हीरा भगत का नाम इस छापमारी में आया है वो तो भाजपा के विधान पार्षद के रिश्तेदार है. इसलिए भाजपा विधान पार्षद का भी नाम आना चाहिए. लेकिन मीडिया में सिर्फ पंकज मिश्रा का ही नाम आया, कुछ मीडिया में पंकज मिश्रा को हिरासत में लेने की खबरें चलायी गयी, जबकि वे शनिवार को साहिबगंज लौट रहे हैं.
पूरे देश में केवल ईडी का रांची दफ्तर ही सक्रिय दिख रहा है:
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पूरे देश में सिर्फ ईडी का रांची दफ्तर ही सक्रिय दिख रहा है. महाराष्ट्र में जब शिवसेना के 21 विधायकों को ईडी का समन हुआ तब वो दूसरे राज्य चले गए, लेकिन ईडी ने असम जाकर इनसे पूछताछ नहीं की. हड़बड़ी सिर्फ झारखण्ड में है.
भाजपा को ये बर्दास्त नहीं हो रहा कि राज्य में गठबंधन की सरकार चले
2014 से 2019 के बीच कितनों को खदान क्रशर औऱ लीज मिला, इसकी जांच होनी चाहिए. भाजपा को ये बर्दास्त नहीं हो रहा कि राज्य में गठबंधन की सरकार चले और अपना वादा पूरा करे. अर्जुन मुंडा की सरकार का मनरेगा घोटाला हुआ, उस घोटाले पर रघुवर दास की सरकार ने क्लीन चिट दिया.
लेकिन जांच को हेमंत सोरेन सरकार की तरफ मोड़ा जा रहा. भाजपा को को ये बर्दास्त नहीं हो रहा कि यह आदिवासी मूलवासी की सरकार झारखंड में चले.