एमजीएम व सदर ऑक्सीजन की सप्लाई मिली दुरुस्त

Update: 2023-04-04 12:16 GMT

धनबाद न्यूज़: जिले में कोरोना और एच-3 एन-2 के बढ़ते मामलों को देखते हुए एमजीएम, सदर समेत 9 बड़े अस्पतालों में मॉक ड्रिल हुई.

इस दौरान अस्पताल में तैयारियों की जांच की गई. एमजीएम अस्पताल में उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी, डॉ. पीके दत्ता, राजेश सिन्हा, लक्ष्मपति दास, जॉयदीप बनर्जी, दिनेश पांडेय आदि की मौजूदगी में प्रेशर स्विंग ऐड्सार्प्शन (पीएसए) आक्सीजन प्लांट की जांच की गई. प्लांट को चालू कर बेडों तक ऑक्सीजन की सप्लाई देखी गई. खासमहल स्थित सदर अस्पताल में संचालित तीन पीएसए आक्सीजन प्लांट की भी जांच की गई. दोनों अस्पताल में प्लांट को दुरुस्त पाया गया. इसके अलावा टीएमएच, मर्सी, घाटशिला स्थित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड अस्पताल आदि में भी मॉक ड्रिल हुई. सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी ने बताया कि 10 और 11 अप्रैल को देशभर में मॉक ड्रिल होनी है. इसको लेकर सारे बड़े अस्पतालों के संसाधनों की मॉक ड्रिल अभ्यास के जरिए जांच की गई. ऑक्सीजन प्लांट के साथ-साथ अस्पतालों में बेडों की संख्या, मरीजों को मिलने वाली सुविधा, दवा, मानव बल की उपलब्धता की भी समीक्षा की गई है. जहां मानव बल की कमी है, वहां बढ़ाई जाएगी.

कहां क्या है इंतजाम एमजीएम अस्पताल - कोरोना को लेकर दिसंबर 2022 में किए गए सारे संसाधनों का उपयोग फ्लू से बचाव में किया जाएगा. एमजीएम अस्पताल के नए भवन के वार्ड में 150 बेड लगाए जाएंगे. फिलहाल हॉल में 20 बेड लगाए गए हैं. इसके अलावा 14 हाई फ्लो मशीन, 65 कंसंट्रेटर और 26 वेंटिलेटर बेड भी लगाए गए हैं. इमरजेंसी के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर भी तैयार है. बड़े सिलेंडर के अलावा छोटे सिलेंडर का भी स्टॉक किया गया है.

सदर अस्पताल सदर अस्पताल में 120 बेड का इंतजाम है. कोरोना और फ्लू के संभावित खतरे को लेकर सदर अस्पताल में भी अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं. यहां तीन ऑक्सीजन प्लांट भी हैं. दो प्लांट की क्षमता एक-एक हजार एलपीएम और तीसरे की क्षमता 162 एलपीएम है. जिले में कुल 9 ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं. अस्पताल में कुल 120 बेड हैं.

जरूरत होने पर इसे बढ़ाकर 182 भी किया जा सकता है. सिर्फ मैटरनिटी बेड को छोड़कर सदर अस्पताल के सारे बेड का फ्लू के दौरान इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसमें 5 बेड की आईसीयू भी है.

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