गुमला : गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र के नगर चडरीटोली गांव में अंधविश्वास के कारण एक महिला की जान ले ली गई है। गांव के निरंजन उर्फ रंजन उरांव की बेटी के बीमार पड़ने पर गांव की महिला सालों देवी पर डायन बिसाही का आरोप लगाकर उसे जान से मार दिया गया। इतना ही नहीं सालों देवी के पूरे परिवार पर हमला किया गया। जिससे उसका पति प्रहलाद लोहरा, बहन सविता कुमारी और ननद लक्ष्मी कुमारी गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने 7 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। लेकिन मुख्य आरोपी निरंजन उरांव फरार है। घटना के वक्त स्थानीय लोगों ने ही पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद थानेदार आदित्य कुमार चौधरी, एएसआई राहुल कुमार झा ,समाजसेवी दामोदर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन हमलावर फरार हो गए। तीनों घायलों का इलाज चल रहा है। थानेदार सहित अन्य पुलिसकर्मी रात भर गांव में कैंप करते रहे। एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल भी गांव पहुंचे थे उन्होंने भी मामले की जानकारी ली है। एसडीपीओ की मौजूदगी में रविवार को सालो देवी के शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कराया गया। गांव के लोग सालों देवी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए। मृतिका के घायल बहन सविता कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
शराब पिलाकर लोगों को उकसाया
बताया जा रहा है कि निरंजन उरांव 1 सप्ताह पहले गोवा से अपने गांव लौटा है। कुछ दिन पहले उसकी डेढ़ साल की बेटी बीमार पड़ गई। उसे शक था कि सालों देवी ने टोना टोटका कर के उसकी बेटी को बीमार कर दिया है। इसी शक में शनिवार की रात निरंजन की मां सुखरो देवी सालो देवी के घर गई और डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए गाली गलौज करने लगी। इसके बाद निरंजन ने अपने दोस्तों को घर बुलाया और शराब पिलाई। इसके बाद सभी को सालों देवी समेत पूरे परिवार को मारने के लिए उकसाया। शराब पीने के बाद सभी सालों देवी के घर गए उसके घर का दरवाजा खटखटाया तो सालों देवी का बेटा बाहर आया। कुछ लोग शराब पिलाने के बहाने उसे कुछ दूर ले गए। इसके बाद अन्य लोग घर में घुस गए और सालों देवी को घसीटते हुए घर से बाहर निकाला। इसके बाद पति के सामने ही लाठी से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। पति को भी पीटा। बहन और ननद को अर्धनग्न कर पीटा। इसके बाद दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया। इधर मृतिका के बेटे मौका देख कर भाग गए।