जमशेदपुर न्यूज़: ऑनलाइन चलान में चोरी और ठगी के वाहन पकड़े जा रहे हैं. हाल के दिनों में सीसीटीवी के माध्यम से काटे गए चालान में ये बातें सामने आई हैं. जब उसके नम्बरों को जिला परिवहन कार्यालय विवरण के लिए भेजा गया तो पता चला कि जिन वाहनों की तस्वीर से नम्बर चालान के लिए भेजा जा रहा है, उस नम्बर के वाहन और उसके मॉडल में अंतर है. स्कूटी के नम्बर में बाइक का तो बाइक में स्कूटी का नम्बर लगा है.
पुलिस अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए जब कुछ नम्बरों तक पहुंची तो पता चला कि जिस स्कूटी की फोटो खींचकर उसके नम्बर के साथ भेजी गई थी, उस नम्बर की स्कूटी तो है लेकिन वह दूसरे मॉडल की है और उसका आकार भी भिन्न है. अभियान के दौरान 6 महीने में 45 फर्जी नंबर वाले वाहन पकड़े गए. उन सब की सूची बनाकर जो फोटो है, उसे हर थाना में भेजा जा रहा है, ताकि उसपर बैठे व्यक्ति से ही उस वाहन का पता लगाया जा सके. जांच करने पर पुलिस को पता चला कि दो तरह के वाहन इसमें हो सकते हैं. इसमें कुछ चोरी के तो कुछ दोपहिया वाहन फिनांस में लिए गए वाहन होंगे. इसमें फिनांसर से बचने के लिए ही अपने वाहनों में नम्बर बदल लिया गया होगा. हालांकि इस तरह के नम्बर वाले वाहनों के लिए अलग से पुलिस की टीम का गठन किया गया है.
जांच के दौरान ही कई वाहन इस तरह के मिलते हैं. इसके लिए पुलिस की टीम काम कर रही है. पुलिस ने अपनी कार्रवाई के दौरान ही ऐसे वाहनों को बरामद किया है. लगातार सीसीटीवी के माध्यम से फोटो लेकर लोगों का चलान काटा जा रहा है.
- कमल किशोर, डीएसपी, ट्रैफिक