आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस-चैंजिंग लैंडस्केप ऑफ मैनेजमेंट एकाउंटिंग पर सेमिनार
धनबाद न्यूज़: आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा. केवल एकाउंटेंसी के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस की चुनौती है. मानव मस्तिष्क सबसे सुपर है. अब आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस से मानव (ह्यूमन ब्रेन) को चैलेंज किया जा रहा है. इस स्थिति का मुकाबला करना होगा. यह बात बीसीसीएल सीएमडी ने धनबाद क्लब में कही. वे धनबाद सिंदरी चैप्टर ऑफ द कॉस्ट एकाउंटेंट ऑफ इंडिया की ओर से आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस-चैंजिंग लैंडस्केप ऑफ मैनेजमेंट एकाउंटिंग विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे.
एकाउंटिंग में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रभाव पर कई वरिष्ठ वक्ताओं मसलन प्रो. परितोष बसु, आईआईएम कोझिकोड़, कोलकाता के प्रियतोष खान आदि ने संबोधित किया. वक्ताओं ने कहा कि भविष्य में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस की चुनौतियां बढ़ने वाली है. इसलिए इन चुनौतियों से मुकाबला के लिए मजबूती से तैयारी करनी होगी. स्थिति यह है कि अब कई ऐसे एप आ गए हैं, जो बच्चों के लिए चंद सेकंड में निबंध तक लिख देता है. यह एक महज उदाहरण है. ऐसा नहीं हो कि आअिर्फिसियल इंटेलिजेंस के आगे मानव मस्तिष्क सुस्त हो जाए.
उक्त सेमिनार को बीसीसीएल के निदेशक तकनीक उदय ए कावंले, ईडी सेल, अनूप कुमार, सेंट्रल काउंसिल मेंबर आईसीएआई चिता चट्टोपाध्याय, मेंबर आईसीएआई पल्लव भट्टाचार्य एवं चेयरमैन धनबाद चैप्टर बीके पारूई ने संबोधित किया. धनबाद चैप्टर के बीके पारूई की देखरेख में ही उक्त सेमिनार का आयोजन किया गया. इसके अलावा कार्यक्रम में राजेश सिन्हा, संजीवन घोष, एपी सिंह, एमके वर्मा, अमल कुमार दास आदि मौजूद थे. उक्त सेमिनार में बीसीसीएल, सीएमपीडीआईएल, सीएमपीएफ, सेल सहित कई कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
मैनपावर में कमी एवं वृद्धि के फैक्टर
वृद्धि
अनुकंपा पर नौकरी 1677
फ्रेश बहाली 1359
लैंड लुजर्स (जमीन के बदले नौकरी) 1487
स्थानांतरण सहित अन्य से 1240
कमी
सेवानिवृत्ति 9481, त्यागपत्र 237
मृत्यु 1641, बर्खास्त 203
स्थानांतरण सहित अन्य 1188
अनुषंगी कंपनीवार मैनपावर में कमी
एसईसीएल 2138, बीसीसीएल 1330
ईसीएल 1165 , डब्ल्यूसीएल 1160
सीसीएल 622, एनसीएल 314
एनईसी 84, एमसीएल 64
सीएमपीडीआईएल 62, डीसीसी 19
सीआईएल मुख्यालय 29