झारखंड में 4 फरवरी से स्कूलों को खोलने की अनुमति दी गई
Jharkhand School Reopening: झारखंड में 4 फरवरी से पूरी क्षमता के साथ स्कूलों को खोला जाएगा. साथ ही मिड -डे मील की भी व्यवस्था की जाएगी. स्कूल आने वाले स्टूडेंट को माता-पिता की लिखित सहमति भी लानी होगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड में 4 फरवरी से स्कूलों (Jharkhand School Reopen) को खोलने की अनुमति दे दी गई है. झारखंड में कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरी क्षमता के साथ स्कूलों को खोलने के आदेश दिए हैं. स्कूलों में मिड-डे मील (mid day meal) की भी व्यस्था फिर से शुरू की जाएगी. स्कूल पूरे समय के लिए खोले जाएंगे ऐसे में स्टूडेंट्स लंच बॉक्स लेकर आ सकेंगे. सोमवार को राज्य शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इस बात की जानकारी दी है. साथ ही स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने स्कूल खुलने को लेकर एसओपी भी जारी किया है. स्कूल खुलने से पहले स्कूलों की अच्छी तरह सफाई के आदेश दिए गए हैं. साथ ही बच्चों के लिए कोरोना के नियमों का पूरी तरह पालन किया जाए इस बात का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि रांची, पूर्वी सिंहभूम, चतरा, बोकारो, सरायकेला खरसावां, सिमडेगा और देवघर में नौवीं और इससे ऊपर क्लास के बच्चे स्कूल आ सकते हैं. बाकी के जिलों में 1 से लेकर 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं. स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स को माता-पिता से लिखित सहमति लाने की जरूरत होगी. माता-पिता के सहमति से ही बच्चे स्कूल आ सकेंगे. स्कूलों में क्लासेस के दौरान स्टूडेंट्स मास्क और दूरी जैसी नियमों का पालन करेंगे. इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैट्रिक और इंटर समेत अन्य परीक्षाएं ऑफलाइन होगी.
झारखंड बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन होगी
उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा की तारीखों में देरी हो सकती है लेकिन कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द तारीखों की घोषणा कर दी जाए.राज्य के 17 जिलों के प्रारंभिक स्कूलों में जहां पहली से 8वीं की पढ़ाई होगी वहां मध्याह्न भोजन भी बनेगा. मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइया और सहायिका को कोरोना टीके का दोनों डोज लेना जरूरी है.
नौवीं व अन्य क्लास के बच्चों को टिफिन लाने की अनुमति दी गई है. देश भर में बंद स्कूल धीरे-धीरे करके फिर से खोले जा रहे हैं. वहीं कई स्कूलों में बोर्ड की परीक्षाएं भी शुरू हो रही है. हालांकि कोरोना के कारण कभी महीनों से बंद स्कूलों को फिर से पटरी पर लाया जा रहा है.