रांची हिंसा : हिंसा पीड़ित एक शख्स ने बताई अपनी कहानी
6 गोली मारी गई जिसमें से चार निकल गई हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : रांची में जुमे की नमाज के बाद हिंसक झड़प हुई। इसमें दो लोगों की मौत जबकि कई घायल हो गए हैं। घायलों में से एक अबसार जिसे हिंसा के दौरान गोली लगी, उसका रिम्स में इलाज चल रहा है। अबसार ने बताया कि उसे छह बार गोली मारी गई। चार गोलियां निकाल ली गई हैं जबकि दो अब भी उसके शरीर में मौजूद हैं। उन्होंने दावा किया कि वह बाजार से लौट रहा था। उसने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया। तभी उसने लोगों के एक समूह को पथराव करते हुए और जवाब में पुलिस फायरिंग देखी।
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ मुस्लिम समुदाय का जुलूस पास के हनुमान मंदिर पहुंचते ही हिंसक झड़प में बदल गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका लेकिन स्थिति बद से बदतर होती चली गई क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी और आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई।रांची के अन्य निवासी तबरक भी गोलीबारी में घायल हो गए थे। गोली उनके शरीर के दाहिने हिस्से में कमर के पास लगी है। उनका रिम्स में इलाज चल रहा है। हिंसक विरोध प्रदर्शन में रांची शहर के पुलिस अधीक्षक अंशुमन कुमार समेत कई पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए। हिंसा के बाद, रांची में धारा 144 लागू कर दी गई और अफवाहें न फैले, यह सुनिश्चित करने के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था। हालांकि, धीरे-धीरे स्थिति के सामान्य होने के संकेत मिलने के बाद रविवार आधी रात को इंटरनेट बहाल कर दिया गया। अब भी भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं।
सोर्स-livehindustan