रांची Ranchi: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की ओर से बुधवार को झारखंड आंदोलन के अमर पुरोधा स्व. विनोद बिहारी महतो की 33वीं पुण्यतिथि पर डोरंडा स्थित कार्यालय में श्रद्धांजलि दी गयी. आंदोलनकारियों ने “विनोद बिहारी महतो अमर रहे” के नारे के साथ स्व. महतो को श्रद्धांजलि दी और उनके अरमानों को पूरा करने का संकल्प लिया.
इस अवसर पर प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि विनोद बिहारी महतो अखंड झारखंड के पक्षधर थे. वे हमेशा राज्य के लोगों को “पढ़ो और लड़ो” का नारा देते हुए उन्हें एकजुट करते थे और अपने हक अधिकार के लिए प्रेरित करते थे. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड अलग राज्य आंदोलन के दौरान महतो 557/91 के तहत जेल गए थे और राज्य सरकार से उनका मुकदमा वापस लेने की मांग की.
पुण्यतिथि के मौके पर मोर्चा की संयोजिका सरोजनी कच्छप, उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह कुशवाहा, अरुण कुमार दुबे, सुजीत कुमार राम, डॉ. सुलेमान अंसारी, लोलस कुजूर, कुंवर लोहरा, संजय राम और अन्य आंदोलनकारी उपस्थित थे.