Ranchi रांची: उग्रवादी संगठन पीएलएफआई और आपराधिक संगठन के नाम पर रंगदारी मांगने का सिलसिला थम नहीं रहा है. बीते एक माह में रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कई कारोबारियों से रंगदारी मांगने की घटनाएं सामने आयी है. किसी से पीएलएफआई के नाम पर तो किसी से अमन साहू गिरोह के नाम पर रंगदारी मांगी गयी है.
इंटरनेट से आये कॉल और मैसेज को ट्रेस करने में पुलिस नाकाम
झारखंड के अलग-अलग जिलों में अपराधी इंटरनेट कॉल के जरिये कारोबारी को फोन कर रंगदारी और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. इंटरनेट के जरिये किये जाने वाले कॉल में वर्चुअल नंबर का यूज किया जाता है. इसे आसानी से ट्रेस नहीं किया जा सकता है. इसके लिए ना तो मोबाइल की जरुरत होती है और न ही सिम कार्ड की. सिमकार्ड का इस्तेमाल न होने से पुलिस टावर लोकेशन सहित अन्य जानकारी ट्रेस करने में नाकाम रह जाती है. राजधानी में कई लोगों को धमकियां मिली है. जिसे पुलिस ट्रेस करने में नाकाम रही है.
जानें कब किससे कितनी मांगी गयी रंगदारी :
05 सितंबर : रांची के लापुंग में पीएलएफआई के एरिया कमांडर अमृत होरो के नाम पर एसएनजी बिल्ड टेक प्राइवेट लिमिटेड के ठेकेदार और उनके कर्मी से 50 लाख की रंगदारी मांगी गयी.
03 सितंबर : रांची में कांग्रेस नेता ईश्वर आनंद से अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह के नाम पर एक करोड़ रूपया की रंगदारी मांगी गयी.
28 अगस्त : रांची के अरगोड़ा इलाके में रहने वाले हेमंत सिंह मुंडा से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गयी.
28 अगस्त : रांची में संजय कुमार से भी एक करोड़ की रंगदारी मांगी गयी.
07 अगस्त : रांची के बिल्डर निशित केसरी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गयी.