धनबाद न्यूज़: एसएनएमएमसीएच में एचआईवी संक्रमित मरीज की सर्जरी में टालमटोल हो रही है. मैथन निवासी 30 वर्षीया संक्रमित महिला बीते 18 दिनों से अस्पताल के चक्कर काट रही है. 14 दिनों से अस्पताल में भर्ती है. बावजूद सर्जरी विभाग के डॉक्टर सर्जरी नहीं रह रहे हैं.
परेशान होकर महिला के पति ने अधीक्षक डॉ एके बरनवाल से शिकायत की. अधीक्षक ने जल्द सर्जरी कराने का आश्वासन दिया. बावजूद अबतक मरीज की सर्जरी नहीं हो पायी है. डीएचडीएलएन प्लस (एचआईवी पीड़ित लोगों की मदद करने वाली संस्था) के ओआरडब्ल्यू मुकेश पासवान और महिला के पति ने कहा कि महिला 31 जनवरी को एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में आयी थी. डॉक्टर ने गॉल ब्लैडर में पथरी बताया. कहा कि सर्जरी करानी होगी. मरीज को भर्ती होने को कहा. महिला चार जनवरी को एसएनएमएमसीएच के सर्जरी विभाग में भर्ती हो गई. तीन दिन भर्ती रही, लेकिन सर्जरी नहीं की गई. डॉक्टर ने सात फरवरी को यह कहकर उसे घर भेज दिया कि 14 फरवरी को आकर भर्ती हो जाना. पति के अनुसार 13 फरवरी को ही महिला को सर्जरी विभाग में भर्ती कराया दिया गया.
बावजूद सर्जरी नहीं की गई. डॉक्टर यह कहकर दोबारा घर भेजने लगे कि डेढ़ महीने बाद सर्जरी होगी. तब आना. डॉक्टरों के टालमटोल से परेशान महिला के पति ने मामले की जानकारी डीएचडीएलएन प्लस को दी. सूचना के बाद डीएचडीएलएन प्लस के ओआरडब्ल्यू मुकेश पासवान एसएनएमएमसीएच पहुंचे और पति के साथ अधीक्षक से शिकायत की. अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि सर्जरी कराई जाएगी. अधीक्षक के निर्देश के बाद महिला को अस्पताल से घर तो नहीं भेजा गया, लेकिन उनकी सर्जरी अबतक नहीं हो पायी है. मुकेश के अनुसार डॉक्टर सर्जरी में आनाकानी कर रहे हैं. अस्पताल में जब भी कोई एचआईवी संक्रमित मरीज सर्जरी के लिए भर्ती होता है, उसे भी इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है.
महिला के पति का आरोप है कि सर्जरी विभाग का एक कर्मचारी उनकी पहचान उजागर कर रहा है. वह अस्पताल में लोगों को यह बताता फिर रहा है कि वह एचआईवी संक्रमित है.