केस लड़ने में लदे कर्ज चुकाने के लिए बन गया प्रिंस खान का शूटर

Update: 2023-07-29 07:28 GMT

धनबाद न्यूज़: कुख्यात प्रिंस खान के शूटर पलामू के मनातू निवासी अफजल अंसारी को पुलिस ने गोविंदपुर बाजार स्थित बिहारी लाल चौधरी के प्रतिष्ठान पर फायरिंग मामले में जेल भेज दिया. इससे पूर्व अफजल ने एटीएस और पुलिस के समक्ष प्रिंस से जुड़े कई राज खोले. उसने बताया कि पत्नी से गैंगरेप मामले में जेल में बंद रहने के दौरान वह कोर्ट-कचहरी के खर्च से कर्ज में दब गया था. प्रिंस ने उसे सारा कर्ज उतारने के लिए रुपए देने की बात कही तो वह लालच में आकर प्रिंस खान का शूटर बन गया.

अफजल ने पुलिस को बताया कि प्रेमिका से पत्नी बनी महिला का गैंगरेप कराने के मामले में वह दिसंबर 2016 से ही मेदिनीनगर जेल में बंद था. 2018 में जब प्रिंस खान को धनबाद जेल से मेदिनीनगर जेल शिफ्ट किया गया, तो उसकी प्रिंस से अच्छी पहचान हो गई. 2019 में प्रिंस मेदिनीनगर जेल से बेल पर बाहर निकला, तो जाते-जाते उसने अफजल को भरोसा दिया था कि वह टेंशन न ले, वह उसे जेल से बाहर निकलवाएगा. 2021 के जनवरी महीने में वह भी बेल पर जेल से बाहर आ गया. फिर दिसंबर-2021 में पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में उसे और उसके दो दोस्तों और उसकी भाभी को सजा हो गई. वह जेल में सजा काट रहा था, तो उसकी मां जहीदन बीबी उससे मिलने आई थी. मां ने बताया था कि उसके मोबाइल नंबर पर किसी प्रिंस ने फोन किया था. प्रिंस ने कहा था कि उसे टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. वह उसका बेल कराएगा. 14 दिसंबर-2022 को उसे हाईकोर्ट से गैंगरेप मामले में अपील बेल मिल गई. फिर उसे प्रिंस खान का फोन आया.

प्रिंस ने कहा कि जितना कर्ज है, सभी उतरवा दूंगा. जो काम कहूंगा वह करना होगा. इसके बाद प्रिंस गिरोह के गोंदूडीह निवासी सद्दाब उर्फ सद्दाम का फोन आया. उसने खाते में पहली बार पांच जनवरी को 20 हजार रुपए यूपीआई से ट्रांसफर किया. इसके बाद कई किस्तों में उसके खाते में कुल सात लाख रुपए आए.

सूरज के साथ मिलकर हर घटना को दिया अंजाम अफजल अंसारी ने धनबाद में जितने कांडों को अंजाम दिया है, उनमें उसके साथ प्रिंस खान का गुर्गा सूरज रहता था. सूरज कौन है इसकी जानकारी अफजल को नहीं है. बैंकमोड़ पुलिस ने सद्दाम से मिली जानकारी के आधार पर अफजल को एक चिट्ठी लिखी थी. पत्र में कहा गया था कि आपके खाते में जो पैसे आए हैं, इस संबंध में एक सप्ताह के अंदर बैंक मोड़ थाना आकर जवाब दें. इसके बाद वह सतर्क हो गया था.

इन कांडों में अफजल ने स्वीकारी संलिप्तता 14 मार्च की रात गोविंदपुर बहादुरपुर में कोयला कारोबारी बंटी सिंह चौधरी के घर फायरिंग, 31 मार्च की रात तोपचांची के शान-ए-पंजाब होटल के मेन गेट के पास हवाई फायरिंग की, एक जून की रात तोपचांची में शान-ए-पंजाब होटल बमबाजी और माही होटल में भी बम फेंका. पांच जून की रात धैया में हुई ठाकुर मोटर्स के मालिक संजीव आनंद ठाकुर पर फायरिंग की. वहीं 10 जुलाई की रात गोविंदपुर बाजार स्थित बिहारी लाल चौधरी के प्रतिष्ठान पर फायरिंग की.


Tags:    

Similar News

-->