राँची न्यूज़: झारखंड में सियायी सरगर्मी बढ़ती जा रही है. इसकी बानगी सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल रही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राहुल गांधी पर टिप्पणी की तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने उनपर पलटवार किया. कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह भी राहुल गांधी के साथ बाबूलाल की पूर्व में मुलाकात की तस्वीर और बातों को साझा करते हुए हमलावर हो गईं.
बाबूलाल मरांडी ने को ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी को लेकर कांग्रेसी अंदरखाने खूब नकारात्मक चर्चा करते हैं. ध्यान आता है कि जब वे राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो कांग्रेस समाप्ति की ओर बढ़ने लगी. कांग्रेस का अवसान होने लगा. कांग्रेसियों ने दबाव बनाया तो उन्होंने लोकलाज में पद छोड़ दिया. अध्यक्ष पद छोड़ते ही कांग्रेस सांस लेने लगी. सोचिए, अगर राहुल राजनीति ही छोड़ दें तो कांग्रेस का कितना उद्धार हो जाता? लेकिन सवाल है कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बाबूलाल पर पलटवार करते हुए कहा कि वह भाजपा के अध्यक्ष क्या बने अपना संयम खो गए. उन्हें याद है या भूल गए अपना टिकट मांगने के लिए राहुल गांधी के पास गए थे. वह अपना ट्विटर हैंडलर को बदलें वरना उनकी लुटिया डूबनी तय है. भाजपा में जाने से अच्छा कुतुबमीनार से कूदने वाली बात का भी राजेश ठाकुर ने उल्लेख किया.
दूसरी ओर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने भी बाबूलाल पर पलटवार करते हुए कहा कि चोला बदल लेने से चरित्र नहीं बदलता. राय देने की जरूरत नहीं. राहुल जननेता हैं, अभिनेता नहीं. सत्ता की लोलुपता बाबूलाल को और कितने निचले स्तर की राजनीति कराएगी वह आपको खुद आत्मसात होगा. उन्होंने संयमित भाषा उपयोग की सलाह भी दी.