झारखंड के रामगढ़ में मॉब लिंचिंग पर फूटा आक्रोश, थाने का घेराव कर रहे लोग
रांची (आईएएनएस)। झारखंड के रामगढ़ जिले के सिकनी गांव में शमशाद अंसारी नामक एक शख्स की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या को लेकर इलाके में तनाव और आक्रोश का माहौल है। इसके विरोध में बुधवार को लोगों ने रजरप्पा थाने का घेराव कर दिया। लोग इसे मॉब लिंचिंग बताते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े हैं कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, वे न तो शव का पोस्टमार्टम होने नहीं देंगे और न ही अंतिम संस्कार करेंगे।
बता दें कि मंगलवार की शाम सिकनी गांव में 45 वर्षीय शमशाद अंसारी को भीड़ ने लगभग निर्वस्त्र करके पीटा था। शमशाद इसी थाना क्षेत्र के जरियो गांव का रहने वाला था। उसकी पिटाई करने वाले उसपर सिकनी निवासी एक बुजुर्ग हराधन महतो से पांच हजार रुपए ठगने का आरोप लगा रहे थे।
इस बीच जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शमशाद को भीड़ के कब्जे से छुड़ाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां रात में उसकी मौत हो गई।
मो. शमशाद की पत्नी हसीना खातून ने थाने में दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में कहा है कि वह अपनी भांजी की शादी के लिए खरीदारी करने पचास हजार रुपए लेकर निकले थे। उन्हें सिकनी गांव में किसी से और पैसे लेने थे।
मंगलवार शाम को पुलिस ने सूचना दी कि उसके पति घायल स्थिति में हॉस्पिटल में भर्ती हैं। जब वे हॉस्पिटल पहुंचे तो उनकी मौत हो चुकी थी। उन्हें भीड़ में पीट-पीटकर मार डाला गया है।
हसीना खातून ने एफआईआर में छह नामजद लोगों छोटेलाल महतो, कामेश्वर महतो, पूरण महतो, राजेंद्र पटेल, बलदेव ठाकुर सहित सिकनी गांव के 30-40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
पुलिस ने इसे मॉब लिंचिंग की घटना मानने से इनकार किया है। हालांकि इस वारदात में करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
इधर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने इसे मॉब लिंचिंग बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। इलाके की पूर्व कांग्रेस विधायक ममता देवी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि, सीएम से मिलकर घटना की जानकारी देंगी।