धनबाद में जुटेंगे 6 राज्यों के ऑर्थोपेडिक डॉक्टर, देश-विदेश के प्रख्यात ऑर्थो सर्जन भी करेंगे शिरकत
कोयलांचल में 13-14 नवंबर को ऑर्थो विभाग का वार्षिक शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. जिसमें 6 राज्यों के 250 से अधिक डॉक्टर सहित देश-विदेश के प्रख्यात ऑर्थोपेडिक सर्जन भाग लेंगे.
जनता से रिश्ता। कोयलांचल में 13-14 नवंबर को ऑर्थो विभाग का वार्षिक शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. जिसमें 6 राज्यों के 250 से अधिक डॉक्टर सहित देश-विदेश के प्रख्यात ऑर्थोपेडिक सर्जन भाग लेंगे. इस वार्षिक अधिवेशन में 6 राष्ट्रीय अध्यक्ष और 8 क्षेत्रीय अध्यक्ष शिरकत करेंगे. अधिवेशन का उद्घाटन राज्यपाल रमेश बैस के हाथों होगा.
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों का जोनल वार्षिक सम्मेलन 13 और 14 नवंबर को धनबाद में होगा. जिसमें पद्मश्री डॉ बीके एस संजय समेत 6 राज्यों के ऑर्थोपेडिक शिरकत करेंगे और हड्डी रोग से जुड़ी समस्याओं के साथ उनके समाधान के बारे में चर्चा करेंगे. अधिवेशन के दौरान पद्मश्री डॉ बीके एस संजय को सम्मानित भी किया जाएगा. कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल रमेश बैस के हाथों ऑनलाइन किया जाएगा. कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ डीपी भूषण ने बताया की राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड से करीब 250 ऑर्थोपेडिक सर्जन इस सम्मेलन में भाग लेंगे.
ऑर्थो विभाग का वार्षिक शिखर सम्मेलन
दो मरीजों की होगी लाइव सर्जरी
दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान डॉक्टरों को होने वाली समस्या, दुर्घटना की रोकथाम, विटामिन डी की कमी, बदलती हुई तकनीक और बारीकियों से अपने आपको अपडेट करना, बढ़ती हुई आयु और उम्र सीमा का समुचित इलाज सहित हड्डी रोग से जुड़ी तमाम समस्याएं और समाधान पर वार्ता की जाएगी. डॉ डीपी भूषण ने बताया कि पहली बार धनबाद में इस तरह के इतने बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. जिसमें मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और भुवनेश्वर से विशेषज्ञ शामिल होंगे. साथ ही देश- विदेश के प्रख्यात सर्जन और छह राष्ट्रीय अध्यक्ष और आठ क्षेत्रीय अध्यक्ष शिरकत करेंगे. 2 मरीजों का निशुल्क लाइव सर्जरी भी होगी.
अधिवेशन से डॉक्टरों को होगा फायदा
डॉक्टर डीपी भूषण ने बताया कि आज के समय में लोगों को हड्डी संबंधी समस्या आम हो गई है और जानकारी के अभाव में लोग इसके चंगुल में फंसते जा रहे हैं. इस तरह के अधिवेशन से डॉक्टरों को भी बहुत लाभ होता है और अंततः इसका फायदा मरीजों को होता है. उन्होंने कहा कि धनबाद को ऑर्थोपेडिक मेडिकल टूरिज्म का केंद्र बनाने की दिशा में यह प्रयास है. मरीजों की लाइव सर्जरी भी इस दौरान की जाएगी और चार प्रकार के ऑपरेशन का हड्डी के प्लास्टिक मॉडल पर अभ्यास होगा.