जमशेदपुर न्यूज़: उपायुक्त विजया जाधव ने यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (यूसीआइएल) के अधिकारियों को चाटीकोचा गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने तथा पेयजल की गुणवत्ता की जांच कर समस्या के निराकरण के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अनुकंपा पर नौकरी को लेकर प्रक्रियाधीन आवेदनों के निष्पादन में तेजी लाने तथा ग्रामीणों के अन्य मसलों के समाधान के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ये निर्देश चाटीकोचा वासियों से बातचीत के बाद दिए.
पोटका प्रखंड के चाटीकोचा गांव के निवासियों के पुनर्वास, यूसीआइएल में नौकरी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा को लेकर उपायुक्त विजया जाधव जिले के अन्य अधिकारियों के साथ वहां पहुंचीं थीं. उन्होंने जमीन अधिग्रहण के पश्चात यूसीआइएल के द्वारा किए गए मुआवजा भुगतान, ग्रामीणों की नौकरी तथा गांव में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली.
कुछ लोगों ने मुआवजा राशि अब तक नहीं लेने और राशि ट्रेजरी में ही जमा रहने की जानकारी दी. ग्रामीणों ने बताया कि विस्थापन के समय 46 परिवारों का गांव था, जो आज बढ़कर 68 हो गया है. उन्होने मांग की कि जिनकी मृत्यु हो गई उनके परिजनों को यूसीआइएल अनुकंपा पर नौकरी दे. साथ ही जिन लोगों की नौकरी के आवेदन की प्रक्रिया चल रही, उसमें तेजी लाई जाए. कहा कि अनुकंपा पर नौकरी नहीं मिलने से यहां के लोगों के सामने बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. जमीन रही नहीं कि आगे कृषि कार्य से भी भरण पोषण हो सके. गांव में खराब गुणवत्ता के पानी की आपूर्ति की शिकायत की गई, जिस पर उपायुक्त ने तत्काल पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता को सैंपल कलेक्शन करते हुए जांच कराने के निर्देश दिए. साथ ही ग्रामीणों ने टेलिंग पोंड गांव से एकदम सटे होने के कारण यूरेनियम कचड़े के धूलकण से बीमारी होने होने की शिकायत की. ग्रामीणों ने धोबनी गांव में उनके पुनर्वास के लिए प्रति परिवार उपलब्ध कराये जाने वाले 12 डिसमिल जमीन को भी नाकाफी बताया. कहा, सिर्फ बसने हेतु नहीं, खेती करने के लिए भी जमीन मिले. साथ ही खेलकूद का मैदान, धार्मिक अनुष्ठान स्थल, स्कूल, अस्पताल की भी मांग की. ग्रामीणों की एक-एक मांग को उपायुक्त ने गंभीरतापूर्वक सुना तथा आश्वस्त किया कि जल्द ही उनके पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने मौके पर मौजूद पोटका के सीओ को इसी तरह से धोबनी के ग्रामीणों से भी वार्ता कर जल्द से जल्द पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया.
अफसरों ने कहा विकिरण नहीं, पेड़ सूखे मिले
ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होने के बाद उपायुक्त दल-बल के साथ टेलिंग पोंड का निरीक्षण करने पहुंचीं. ग्रामीणों की शिकायत थी कि टेलिंग पोंड ओवरफ्लो होता है जिससे आसपास का पानी दूषित हो जाता है. विकिरण के कारण बीमारी से ग्रसित होने का खतरा रहता है. मौके पर मौजूद यूसीआइएल के अधिकारियों ने टेलिंग पोंड को लेकर पूरी जानकारी दी और यूरेनियम के कचड़े से संभावित किसी गंभीर खतरे से इनकार किया. हालांकि निरीक्षण में पाया गया कि टेलिंग पोंड के पास के जाहेरथान के पेड़ सूख गए हैं.
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी, डीएसओ राजीव रंजन, डीसीएलआर रविन्द्र गागराई, जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ रजनीकांत मिश्रा, जिला योजना पदाधिकारी अरुण द्विवेदी, डीपीआरओ रोहित कुमार, पोटका के सीओ इम्तियाज अहमद, बीडीओ निखिल कच्छप सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.