Jamshedpur झारखंड में रोज बंट रहा नियुक्ति पत्र पर विरोधियों को नहीं दिख रहा हेमंत

रहा नियुक्ति पत्र पर विरोधियों को नहीं दिख रहा हेमंत

Update: 2023-10-06 08:42 GMT
झारखण्ड   मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रोजेक्ट भवन में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए विरोधी दल भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कई विभागों में पहली बार नियुक्ति हुई है, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विपक्ष किस आधार पर सड़कों पर उतर कर विकास का ढिंढोरा पीट रहा है. रोज नियुक्ति पत्र बंट रहा, लेकिन प्रतिद्वंदियों को यह नहीं दिख रहा है. नियुक्ति के कई अवसर आगे दिखेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने डीएसपी, बीडीओ, सीओ समेत राज्य में पहली बार खेल पदाधिकारी, कृषि पदाधिकारी, लैब साइंटिस्ट की भी नियुक्तियां की हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य बनने के बाद पहली बार जेपीएससी की नियमावली बनी. इससे पहले जो भी बहाली होती थी, वह कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंस जाती थी. नियुक्ति पत्र बांटने का सिलसिला निरंतर जारी है. हमारी सरकार सिर्फ पढ़े-लिखे अभ्यर्थियों को ही नहीं बल्कि कम पढ़े-लिखे और मजदूर वर्ग के युवक-युवतियों के लिए भी रोजगार का मार्ग प्रशस्त करने की जिम्मेदारी उठा रही है.
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वालों से कहा- अब आप सरकार के अभिन्न अंग बन गए हैं. आपसे इस राज्य के लोगों को काफी उम्मीदें हैं. आप पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ अपना काम करें. जनता की समस्याओं का समाधान पूरी संवेदनशीलता के साथ करें.
 नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के बाद विरोधी दल भाजपा पर जमकर साधा निशाना
 पहले जो भी बहाली होती थी, वह कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंस जाया करती थी
स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा हेमंत का कार्यकाल भोक्ता
श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने हेमंत सरकार के अब तक के कार्यकाल में की गई नियुक्तियों और निजी क्षेत्र में उपलब्ध कराए गए रोजगार के अवसरों का विवरण रखा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यकाल स्वर्ण अक्षरों में लिया जाएगा. इस अवसर पर सीएम के प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, वाणिज्य-कर विभाग की सचिव विप्रा भाल, वाणिज्य-कर आयुक्त संतोष वत्स सहित संबंधित विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
समस्याओं के निराकरण में सहभागी बने मुख्य सचिव
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने अभ्यर्थियों से कहा कि सरकारी सेवा के दौरान बिना किसी पैरवी के उन तक पहुंचने वाले आम आदमी की समस्या का निराकरण वैसे करें जैसे बड़ी पैरवी लेकर आने वाले लोगों की करते हैं. ऐसा करने पर वह आदमी जगह-जगह नाम लेगा. उन्होंने कहा कि कैंपस सलेक्शन के दौर में करोड़ों के पैकेज के साथ निजी क्षेत्र में युवाओं को नौकरी मिल रही है, लेकिन उनकी व्यक्तिगत राय सरकारी सेवा के पक्ष में है, क्योंकि सरकारी सेवक आम लोगों की सेवा कर सकते हैं.
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